सेना को निजी संपत्ति की तरह इस्तेमाल करने में मोदी को शर्म नहीं : राहुल गाँधी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 9 दिसंबर 2018

सेना को निजी संपत्ति की तरह इस्तेमाल करने में मोदी को शर्म नहीं : राहुल गाँधी

modi-use-army-s-private-property-rahul-gandhi
नई दिल्ली, 8 दिसम्बर, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादी शिविरों पर 2016 में की गई सर्जिकल स्ट्राइक का इस्तेमाल 'राजनीतिक पूंजी' के तौर पर करने का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें सेना को निजी संपत्ति की तरह इस्तेमाल करने में जरा-सा भी शर्म नहीं है। उल्लेखनीय है कि सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल डी.एस. हुड्डा ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में कहा था कि सर्जिकल स्ट्राइक का इतना प्रचार ठीक नहीं है, और वह महसूस करते हैं कि इस अभियान को गुप्त रखा जाना चाहिए था। जनरल हुड्डा की निगरानी में ही पाकिस्तानी सीमा में सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। जनरल हुड्डा के बयान के बाद राहुल ने मोदी पर इस संदर्भ में निशाना साधा है। लेफ्टिनेंट जनरल हुड्डा के हवाले से रपट में कहा गया है कि मामले का ज्यादा प्रचार करने से भला नहीं होगा और 'सैन्य अभियानों का राजनीतिकरण' किया जाना अच्छा नहीं है। उरी हमले के बाद, सितंबर 2016 में जब भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था, हुड्डा सेना के उत्तरी कमान के कमांडर थे। हुड्डा ने यह भी कहा था कि यह अच्छा होता अगर इस अभियान को गुप्त रखा जाता। राहुल ने ट्वीट किया, "आपने एक सच्चे सैनिक की तरह अपनी बात रखी। भारत को आप पर गर्व है। मिस्टर 36(मोदी) को सेना का इस्तेमाल एक निजी संपत्ति के तौर पर करने में जरा-सा भी शर्म नहीं है। उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक का इस्तेमाल अपनी राजनीतिक पूंजी के रूप में किया और अनिल अंबानी की वास्तविक पूंजी को 30,000 करोड़ रुपये तक बढ़ाने के लिए राफेल सौदा किया।"

कोई टिप्पणी नहीं: