अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने जहानाबाद में किसान नेताओं पर लाठचार्ज की निंदा की.
बिहार सरकार जल प्रबंधन में शत-प्रतिशत विफल साबित हुई है.
पटना 19 जनवरी 2019, अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की बैठक आज छज्जूबाग में 13 नंबर आवास पर की गई. जिसकी अध्यक्षता विशेश्वर प्रसाद यादव, ललन चैधरी, अशोक कुमार, अनिल कुमार, बाबूनन्द शर्मा, राजेन्द्र प्रसाद आदि किसान नेताओं ने की. बैठक को संबोधित करते हुए समन्वय समिति के बिहार-झारखंड के प्रभारी एवं अखिल भारतीय किसान महासभा के महासचिव राजाराम सिंह ने कहा कि बिहार सरकार जल प्रबंधन में बिल्कुल विफल रही है, जिसके कारण सिंचाई के साथ-साथ पीने के पानी का भी संकट हो गया है. कदवन जलाशय का काम पटना-दिल्ली में एनडीए की सरकार रहने के बावजूद पूरा नहीं हुआ, जिसके कारण 11 लाख क्युसेक सोन नदी का पानी बहकर बर्बाद हो गया और धान का कटोरा वाला पूरा क्षेत्र सूखाग्रस्त रहा. नहरें व राजकीय नलकूप ठप्प हैं. किसानों का धान समर्थन मूल्य पर खरीदा नहीं जा रहा है, फसल सहायता योजना, सुखाड़ इनपुट सब्सिडी की राशि किसानों के खातों में नहीं भेजा जा रहा है. उड़ीसा, तेलांगना की तरह बिहार सरकार कृषि इनपुट सब्सिडी भी नहीं दे रही रही है. उन्होंने 29-30 नवंबर को दिल्ली में किसान मुक्ति मार्च व रैली को सफल करने के लिए बिहार के सभी किसानों व नेताओं को बधाई दी. बैठक में किसान-मजदूर संगठन जहानाबाद द्वारा सिंचाई मंत्री को ज्ञापन देने जा रहे किसानों व नेताओं पर लाठचार्ज की निंदा की गई. बैठक को अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य सचिव रामाधार सिंह, भारतीय क्रांतिकारी किसान संध के राजेन्द्र प्रसाद, जय किसान आंदोलन के बाबूनंद शर्मा, बालगोविन्द सिंह, वीवी सिंह, रामवृक्ष रमा, शंभू प्रसाद सिंह, राजेन्द्र पटेल सहित अन्य नेताओं ने संबोधित किया.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें