मुंबई, 23 जनवरी, सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट को ओलंपिक खेलों में शामिल करने की वकालत करते हुए मंगलवार को कहा कि अब इस खेल के अलग अलग प्रारूप है और इसके खेल महाकुंभ में शामिल होने से इसका विश्व में अधिक प्रसार होगा। तेंदुलकर ने ‘दीपा करमाकर-द स्माल वंडर’ किताब के मुंबई में विमोचन के अवसर पर कहा, ‘‘क्रिकेटर होने के नाते मैं कहूंगा कि खेल का वैश्वीकरण होना चाहिए। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘कुछ समय पहले मैं रियो ओलंपिक में था। मैंने थामस बाक (आईओसी अध्यक्ष) से बात की और उनसे कहा कि मुझे लगता है कि क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल किया जाना चाहिए।’’ तेंदुलकर ने कहा कि अगर क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल करना है तो अन्य टीमों को तैयारियों के लिये पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘बाक के दिमाग में यह बात थी कि पांच दिनी क्रिकेट को कैसे ओलंपिक में शामिल किया जा सकता है। क्रिकेट उन कुछेक खेलों में शामिल हैं जिसके कई प्रारूप हैं जैसे वनडे, टी20, टी10 और जब तक (आईओसी) क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल किया जाता है तो हो सकता है कि तब तक पांच ओवरों का खेल भी शुरू हो जाए।’’ तेंदुलकर ने कहा, ‘‘लेकिन क्रिकेटर होने के नाते मुझे लगता है कि यह खेल ओलंपिक में होना चाहिए। मैं निसंदेह ऐसा देखना चाहता हूं। ’’
बुधवार, 23 जनवरी 2019
तेंदुलकर ने ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने की वकालत की
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