देश को बदलने में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महत्त्वपूर्ण कारक : प्रो. विजयराघवन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 16 जनवरी 2019

देश को बदलने में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महत्त्वपूर्ण कारक : प्रो. विजयराघवन

science-and-technology-are-important-factors-in-changing-the-country-prof-vijayaraghavan
नयी दिल्ली 16 जनवरी, प्रधानमंत्री के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. के. विजयराघवन ने आज कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी देश को बदलने में महत्त्वपूर्ण कारक सिद्ध हो सकते हैं।  विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार पर प्रधानमंत्री की वैज्ञानिक सलाहकार परिषद् को संबोधित करते हुये प्रो. विजयराघवन ने कहा “प्रभावशाली तथा गुणवत्ता पूर्ण अनुसंधान, नवाचार तथा नीतियों के माध्यम से समृद्ध समाज एवं अर्थव्यवस्था के निर्माण का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। चूँकि आज के समय में अधिकतर चुनौतियाँ वैश्विक हैं, यह आवश्यक है कि इन मुद्दों के समाधान के लिए भारत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में सहयोग करे। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी किसी भी देश के कायांतरण के महत्त्वपूर्ण कारक हैं।” प्रो. विजयराघवन के आमंत्रण पर दो दिन की भारत यात्रा पर दिल्ली आये यू.के. रिसर्च एंड इनोवेशन के मुख्य कार्यकारी प्रो. मार्क वॉलपोर्ट ने भी प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार परिषद् को संबोधित किया। भारत और यू.के. रिसर्च और इनोवेशन के बीच सहयोग को गत अक्टूबर में दस साल पूरे हुये हैं।  प्रो. वॉलपोर्ट ने कहा कि एक ऐसी दुनिया में जहाँ साझा चुनौतियों के समाधान के लिए हम विज्ञान और नवाचार पर निर्भर हैं परिषद् का गठन भारत और उसके अंतर्राष्ट्रीय सहयोगियों के लिए सही समय पर किया गया है।

कोई टिप्पणी नहीं: