मुजफ्फराबाद, 28 फरवरी, भारतीय सीमा में हमला करने आये पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ने के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हुए वायु सेना के विमान के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन ने पाकिस्तान की सीमा में गिरने के बाद अदम्य साहस दिखाते हुए न केवल हवा में गाेलियां चलाकर खुद को बचाने का प्रयास किया बल्कि भारतीय सीमा में लौटने के लिए आधा किलोमीटर की दौड़ भी लगायी। पाकिस्तान के कब्जे वाले भीम्बर में नियंत्रण रेखा से महज सात किलोमीटर दूर स्थित होर्रा गांव के निवासी मोहम्मद रज्जाक चौधरी ने बताया कि सुबह करीब 08:45 बजे अपने घर के आंगन में खड़े थे, तभी उन्होंने दो विमानों में आग लगे हुए देखा। उनमें से एक विमान तेज रफ्तार में नियंत्रण रेखा पार करके गिया लेकिन दूसरा विमान आग की लपटों में घिर कर नीचे गिर गया। उन्होंने बताया कि उसी समय उन्होंने अपने घर से करीब एक किलोमीटर दूर एक मैदान में एक पैराशूट उतरते देखा। उन्होंने तुरंत गांव के कुछ लड़कों को बुलाया और घटनास्थल पर पहुंचे तो देखा कि पैराशूट के सहारे एक पायलट सकुशल नीचे उतरा था। रज्जाक ने बताया कि वहां पहुंचे युवकों ने पायलट को पकड़ लिया। पायलट ने उनसे पूछा कि वह भारत में है या पाकिस्तान में। युवकों ने उन्हें बताया कि वह भारत में हैं जिसके बाद उन्होंने भारत समर्थक नारे लगाये और पूछा कि भारत में काैन सी जगह है। इससे नाराज स्थानीय युवकों ने ‘पाकिस्तान सेना जिंदाबाद’ के नारे लगाये जिस पर पायलट को पता चल गया कि वह पाकिस्तान में गिरे हैं। विंग कमांडर अभिनंदन ने इसके बाद भी बहादुरी दिखाते हुए हवा में गोलियां चलायी और स्थानीय युवकों को पिस्तौल दिखाते हुए उल्टी दिशा में आधा किलोमीटर तक दौड़ लगा दी। इस दौरान उन्होंने हवा में कुछ और गोलियां चलायीं तथा एक छोटे तालाब में छलांग लगा दी। उन्होंने कुछ दस्तावेज और नक्शे निगल लिये तथा बचे हुए दस्तावेजों को पानी में डुबाकर खराब कर दिया। चश्मदीद ने बताया कि स्थानीय युवकों ने तालाब में उतरकर उन्हें पकड़ा और कुछ लड़कों ने गुस्से में उनके साथ हाथापाई भी की। इसी दौरान पाकिस्तानी सेना के जवान वहां पहुंच गये और विंग कमांडर को बचा कर अपने साथ ले गये।
गुरुवार, 28 फ़रवरी 2019
पाकिस्तान में गिरने के बाद भी विंग कमांडर अभिनंदन ने दिखायी दिलेरी
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