बिहार : बेतिया मेडिकल कॉलेज परिसर में लगी किंग एडवर्ड-7 की प्रतिमा तोड़ी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 3 फ़रवरी 2019

बिहार : बेतिया मेडिकल कॉलेज परिसर में लगी किंग एडवर्ड-7 की प्रतिमा तोड़ी

king-edward-statue-broken-in-bettiah-medical-college
बेतिया। स्थानीय अस्पताल में किंग एडवर्ड-7 की वर्षों पुरानी मूर्ति असामाजिक तत्वों ने तोड़ दी। घटना गुरूवार सुबह की है। समय लगभग साढ़े 11 बजे की है। उपद्रवियों की भीड़ 'भारत माता की जय' का नारा लगाते आई और धावा बोल दिया। नारा लगाते हुए मूर्ति को खंडित कर एडवर्ड-7 का सिर तोड़ लेकर भाग गए। अधीक्षक डॉ. धीरेंद्रनाथ ठाकुर ने अज्ञात लोगों पर एफआईआर कराई। बताते चले कि मेडिकल कॉलेज परिसर में सुरक्षा का जिम्मा एक निजी एजेंसी को है। पुलिस मौके पर पहुंचकर कर रही है पूछताछ। धरपकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है। संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रतिमा इससे पहले 1934 के भूकंप में ध्वस्त हो गई थी तब दोबारा लगाई गई थी। मार्च 1936 में प्रतिमा को फिर से उसी जगह पर लगाया गया था। अंग्रेजों के जमाने का है बेतिया का अस्पताल, बाद में मेडिकल कॉलेज में हो गया तब्दील। सेवानिवृत सब-इंस्पेक्टर वाल्टर माइकल ने कहा है कि कुछ लोगों ने 31/01/19 को बजाप्ते  एक vedio बनाकर ,इसे fb पर पोस्ट कर प्रतिमा तोड़ने की घोषणा की और दूसरे दिन दिनांक 01/01/19 को उन्होंने प्रशासन की मौजूदगी में  घन, हथौड़े से एडवर्ड -7 की मूर्ति को तोड़ दी ।इस संबंध में बेतिया नगर थाने में एक अज्ञात प्राथमिकी ( FIR ) दर्ज की गई है , इसमे किसी की गिरफ्तारी नही हुई है।जब कि पुलिस प्रशासन के समक्ष सारी घटना हुई और इसका मुख्य लीडर कौन है उन्हें सब पता है और वह खूलेआम घूम रहा है । ऐसा प्रतीत होता है कि पुलिस प्रशासन भी ऐसे मनोवृति के लोगों के समर्थन में आ गयी है ये बड़ा दुखद बात है ।जब रक्षक ही भक्षक के साथ हो जाएं तो देश समाज का क्या होगा। अब पुलिस जागृत हुई है और कार्यवाही के लिए छापेमारी कर रही है ।मगर ये सच है कि मूर्ति तोड़ कांड के सरगना दीपेश सिंह , खुले आम घूम रहा है ,मगर थाने स्तर से लीपा पोती , और बचने की कोशिश की जा रही है।

कोई टिप्पणी नहीं: