नयी दिल्ली, 10 फरवरी, जल संसाधन, नदी विकास, गंगा पुनरूद्धार और संसदीय मामलों के राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा है कि जीवन में सकारात्मक सोच का होना जरूरी है और इस तरह की सोच माहौल तथा आसपास के वातावरण को तब्दील करने में समर्थ है। श्री मेघवाल ने आज यहां प्रजापिता ब्रह्मकुमारीज की ओर से “विज्ञान, अध्यात्म, शिक्षा और पर्यावरण’’विषय पर आयोजित सम्मेलन में शिरकत करते हुए कहा कि मानव मस्तिष्क की तरंगों का दूसरों पर तत्काल असर पड़ता और सकारात्मक विचार तथा इस प्रकार की सोच अधिक प्रभावशाली होती हैं। उन्होंने बताया “ आज सुबह साढ़े सात बजे की मेरी कोयंबटूर की फ्लाइट थी और प्रजापति के राजयोगी बीके मृत्युंज्य भाई ने मुझे फोन कर इस कार्यक्रम में शिरकत करने का आग्रह किया था लेकिन मैंने विमान टिकट कन्फर्म होने की वजह से अपनी असमर्थता व्यक्त कर दी थी । इसी बीच विमान एयरलाइंस की ओर से एक संदेश आता है कि आज की फ्लाइट तीन घंटे लेट है और इसी वजह से मुझे यहां आने का सौभाग्य मिला जो शायद उनके मस्तिष्क से निकली सकारात्क तरंगों का नतीजा हो सकता है।”
श्री मेघवाल ने कहा कि अध्यात्म और विज्ञान में आपस में गहरा संबंध है और मस्तिष्क से निकली तरंगें हमारी सोच तथा दूसरों के व्यवहार को प्रभावित करती है । राजनीतिक क्षेत्र के लोग अगर सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण रहेंगें तो बेहतर कानून बनेंगें और देश प्रगति की राह पर चलेगा।
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