वाशिंगटन, एक फरवरी, अमेरिका के एक सांसद ने पाकिस्तानी महिला आसिया बीबी को अमेरिका में शरण देने के लिये प्रतिनिधि सभा में एक प्रस्ताव पेश किया है। सांसद ने दावा किया कि आसिया के ईसाई होने की वजह से उस पर अत्याचार किए गए। सांसद केन कैलवर्ट ने कहा, "आसिया पर अत्याचार किये गए, जेल में डाला गया और धमकियां दी गईं, क्योंकि वह पाकिस्तान में ईसाई हैं।" सांसद ने कहा कि पाकिस्तान की शीर्ष अदालत द्वारा आसिया की मौत की सजा को खत्म करके उसे जेल से रिहा करना बेशक एक स्वागत योग्य कदम है। कैलवर्ट ने कहा, "लेकिन आसिया खतरे में हैं और कट्टरपंथी इस्लामी नेता उन्हें ढाल बनाकर भड़काउ भाषण दे रहे हैं। लिहाजा कांग्रेस और धार्मिक स्वतंत्रता के अन्य रक्षकों के लिए जरूरी है कि उसकी रक्षा के लिये खड़े हों।" चार बच्चों की मां आसिया जान को खतरा होने के चलते जल्द पाकिस्तान छोड़ सकतीं हैं। उनकी दो बेटियां पहले से ही कनाडा में रह रही हैं। पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को कहा था कि हाल ही में ईशनिंदा के मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा बरी की गईं आसिया एक स्वतंत्र नागरिक हैं और उन्हें देश या विदेश कहीं भी यात्रा करने का अधिकार है। सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की एक पीठ ने मंगलवार को 47 वर्षीय आसिया को बरी किये जाने के फैसले के खिलाफ दायर पुनर्विचार याचिका को खारिज कर दिया था। आसिया को पंजाब प्रांत के ननकाना साहिब इलाके के एक खेत में काम करते हुए मुस्लिम महिला को कथित रूप से अपमानजनक शब्द कहने के लिये 2009 में गिरफ्तार कर लिया गया था। मुस्लिम महिला की शिकायत पर एक मौलाना ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया था। 2010 में निचली अदालत ने उन्हें मौत की सजा सुनाई थी जिसे 2014 में लाहौर हाई कोर्ट ने बरकरार रखा था। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल उनकी सजा को खत्म कर दिया था जिसके बाद कई दिन तक हिंसक प्रदर्शन हुए थे।
शुक्रवार, 1 फ़रवरी 2019
अमेरिकी कांग्रेस में रखा गया आसिया बीबी को शरण देने का प्रस्ताव
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