शत्रुघ्न सिन्हा ने "ठगबंधन" शब्द पर जताई आपत्ति - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


शुक्रवार, 1 फ़रवरी 2019

शत्रुघ्न सिन्हा ने "ठगबंधन" शब्द पर जताई आपत्ति

shatrughan-sinha-oppose-thagbandhan
पटना, 31 जनवरी, पटना साहिब से भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विपक्षी दलों के महागठबंधन के लिए “ठगबंधन” शब्द का इस्तेमाल किये जाने पर एतराज जताते हुए बृहस्पतिवार को कटाक्ष किया, ‘‘हमारा है तो रासलीला... कोई और करे तो कैरेक्टर ढीला।’’ अभिनेता से राजनेता बने शत्रुघ्न ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री का नाम लिये बिना उन्हें ‘सर’ संबोधित करते हुए पूछा कि क्या आपके पास कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रसाद सिंह के इस सवाल का जवाब है कि महागठबंधन के दलों ने जब अपनी एकता दिखायी तो उसे आपने ‘ठगबंधन’ कहा लेकिन 40 से अधिक राजनीतिक दलों वाले राजग के बारे में आप क्या कहेंगे जो आपके नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। 'हमारा है तो रासलीला... कोई और करे तो कैरेक्टर ढीला।’ अपने एक अन्य ट्वीट में शत्रुघ्न ने कहा कि प्रधानमंत्री का हाल का कार्यकम "परीक्षा पे चर्चा" प्रशंसनीय था लेकिन सरकार के समक्ष मौजूद पूर्वोत्तर का नागरिकता संशोधन विधेयक और आम चुनाव की बड़ी अग्नि परीक्षा... सभी ज्वलंत मुद्दे जो कि लंबित हैं, आज भी अनुत्तरित हैं। हमें हर कदम को और भी ध्यान से उठाना है और अपनी सीट बेल्ट को और भी कस के बांधने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें एक साथ आ रहे शक्तिशाली विपक्ष का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि चुनाव निकट हैं। भगवान भला करे। जल्द ही बेहतर सवालों (ज्वलंत मुद्दों) का जवाब ढूंढें।’’

कोई टिप्पणी नहीं: