अरुण कुमार (आर्यावर्त) सहरसा : - राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर केंद्रीय विद्यालय में जिला पदाधिकारी शैलजा शर्मा ने जिले में कार्यक्रम का शुभारंभ किया।अपने संबोधन में जिलाधिकारी शैलजा शर्मा ने कहा कि गंदा हाथ खाना खाने से,नाखून बढ़ा रहने से,गंदा बरतन में खाना खाने से पेट में कीड़े हो जाते हैं। उन कीड़ों से मुक्ति के लिए दवा खानी पड़ती है। उन्होंने बच्चों से कहा कि खाना खाने से पहले, खेल-कूद कर घर आने के बाद हाथ-पैर को अच्छी तरह से जरूर धोयें। बाजार से लाए फल को अच्छी तरह धोकर खाएं, समय पर नाखून जरूर कटाएं तो आप कृमि से बचे रहेंगे। उन्होंने कहा कि पेट में कृमि रहने से पेट में दर्द, भूख की कमी, कमजोरी, सुस्ती आदि हो जाती है। उन्होंने कुछ बच्चों को अपने सामने गोली खिलवाई तथा वहाँ उपस्थित सभी पदाधिकारियों, कर्मियों, पत्रकारों के साथ स्वयं भी गोली खाई।सिविल सर्जन एस गुप्ता ने कहा कि जिले में ज्यादातर लोग कृमि से प्रभावित हैं। पेट में कृमि रहने से शरीर में खून की कमी, सुस्ती, कमजोरी, पढ़ने में मन नहीं लगाना आदि लक्षण सामने आने लगते है। इसलिए सभी बच्चे कृमिनाषक गोली का सेवन जरूर करें। यह अभियान भारत सरकार साल में दो बार चलाती है। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सबका सहयोग मांगा।सिविल सर्जन ने कहा कि दो वर्ष से नीचे के बच्चे को आधा टेबलेट तथा दो वर्ष से उपर के बच्चे को एक टेबलेट एक बार खाना खाने के बाद खाना है। 6 वर्ष तक के बच्चों को पानी में घोलकर दवा खिलाना चाहिए। सिविल सर्जन ने कहा कि 18 फरवरी एवं 5 मार्च को छूटे हुए बच्चों के लिए मॉप-अप-डे को आयोजित होने वाले डिवर्मिंग कार्यक्रम के तहत सभी सरकारी विद्यालय, निजी विद्यालय, संस्कृत विद्यालय, मदरसा, नवोदय, केंद्रीय विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में 01 वर्ष से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को अलबेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी।इस मौके पर सिविल सर्जन,केंद्रीय विद्यालय के प्रिंसिपल अशिमनाथ,जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, डी०पी०एम०,डी०आर०सी०,केयर इंडिया,सदर हॉस्पीटल सहरसा के प्रबंधक विनय रंजन आदि भी उपस्थित थे।
सोमवार, 18 फ़रवरी 2019
बिहार : आज से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का शुभारम्भ।
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