पटना 15 मार्च 2019, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को सत्ता से बाहर करना हमारी पार्टी का नंबर एक एजेंडा है. इसलिए हमारी लगातार कोशिश है कि चुनाव में भाजपा के खिलाफ विपक्ष की व्यापक एकता का निर्माण हो. यह बिहार की जनता की भी चाहत है लेकिन दुर्भाग्य से अभी तक इस दिशा में गतिरोध बरकरार है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी बिहार की 6 लोकसभा सीटों आरा, सिवान, जहानाबाद, काराकाट, पाटलिपुत्र और वाल्मिकीनगर में चुनाव की तैयारी कर रही है. ये सीटें हमारे आंदोलनों की मजबूत दावेदारी वाली सीटें रही हैं. इन 6 सीटों में आरा व सिवान सीटें ऐसी हैं जिसपर हम किसी भी प्रकार का समझौता नहीं कर सकते. कहा कि बिहार लाल झंडे के आंदोलनों की सरजमीं है. भाजपा के खिलाफ आज जो माहौल बना है, उसके केंद्र में भाकपा-माले व लेफ्ट ही है. हमारे पास ही भाजपा को रोकने का वैचारिक हथियार है और हमने उसके खिलाफ लगातार अभियान चलाया है. हमारे पास राज्य के गरीबों, मजदूर-किसानों, छात्र-नौजवानों, दलित-अकलियतों की ताकत है. इसलिए गरीबों की पार्टी के साथ चुनाव में सम्मानजनक समझौता ही होना चाहिए. अंतिम निर्णय 17 मार्च को राज्य स्थाई समिति की बैठक में लिया जाएगा. इस बैठक में पार्टी महासचिव सहित सभी वरिष्ठ नेतागण भाग ले रहे हैं
शनिवार, 16 मार्च 2019

आरा-सिवान पर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं : माले
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