गेसिंग सेंटर के संचालक मणि कुमार यादव को हिरासत में लेने को पुलिस तत्परगेसिंग सेंटर के अड्डे से 87 धराकर दीघा थाना लाया गया और वहां लोगों की जुटान
पटना,11 मार्च। दीघा थाना की पुलिस प्रशासन के सहयोग से 15 साल से अधिक दिनों से कुर्जी गंगा किनारे गेसिंग सेंटर संचालित है। कभी कुर्जी मस्जिद के बगल में संचालित था। स्थानीय लोगों के विरोध और लोकल पुलिस की सलाह पर गंगा मइया के करीब कार्यालयनुमा घर में गेसिंग सेंटर मणि कुमार यादव खोल रखे थे।जहां सैकड़ों की संख्या में लोग आकर गेसिंग कुपन लेकर किस्मत चमकाने के चक्कर में बर्बाद हो रहे थे। अबाध तो सेंटर के संचालक मणि कुमार यादव हो रहे थे। रोजाना 50 हजार की आमदनी होती थी। इस तरह की आमदनी से वार्ड पार्षद का चुनाव भी लड़ा।परन्तु पराजित हो गया।
लॉ इन ऑर्डर के डीएसपी डॉ.राकेश कुमार ने किया सेंटर ध्वस्त
लोकल लोगों का कहना है कि पुलिस प्रशासन के सहयोग से कुर्जी गंगा किनारे संचालित गेसिंग सेंटर संचालित था। कर्तव्यनिष्ट डीएसपी डॉ.राकेश कुमार के दिशा निर्देश पर सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल तैयार किया गया। तीन छोर से पहुंचे। एक छोर कुर्जी मोड़,द्वितीय छोर हमीदपुर व तीसरे छोर बुर्जुग दीघा रहा। किसी को पता नहीं चला जिसके फलस्वरूप गंगा किनारे पाए जाने वाले 87 लोग धरा गए। और सेंटर को घेरकर 1.33 रूपए बरामद हुए। कार्यालयनुमा घर को ध्वस्त कर दिया गया।
गेसिंग सेंटर के संचालक मणि कुमार यादव फरार
संचालक को हिरासत में लेने को पुलिस तत्पर हैं। बताते चले कि पुलिस शह पर संचालित गेसिंग सेंटर के संस्थापक मणि कुमार यादव कभी भी धराया नहीं है। जब कुर्जी मस्जिद के बगल में सेंटर संचालित था। एक व्यक्ति की मौत संदेहास्पद स्थिति में हो गयी थी।तब उस समय के सिटी एसपी शिवदीप लांडे घटना स्थल पर यानी सेंटर में आए थे। मगर सेंटर की क्रियाकलाप पर संदेह व्यक्त नहीं किए। 87 लोग धराकर दीघा थाना लाए गए और वहां पर लोगों की जुटान हो गयी दीघा थाना के सामने लोग खड़े है।अधिकांश पुलिसिया कार्रवाई से नाखुश थे। कारण पुलिस ने क्रिकेट खेलने वालों भी नहीं बक्शा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें