पटना,12 अप्रैल। पटना नगर निगमान्तर्गत 22 'ए' में पड़ता है बांसकोठी क्रिश्चियन कॉलोनी। विश्व विख्यात 'येसु समाज' ने बांसकोठी में कम कीमत पर जमीन बेचकर मिशनरी सेवकों को बसाया था. इन मिशनरी सेवकों ने 1968 के पूर्व ही बांसकोठी में घर बनाकर रहने लगे। काम के बदले अनाज के बल पर धड़ल्ले से घर बनते चला गया. बताया जाता है कि यहां की जमीन नीचे थी.इसके आलोक में घर ऊंचा करके बनाया गया. रोड पर जल जमाव होने पर सीआरएस से नाला बनाया गया.यह नाला तबतक सफल रहा जबतक पश्चिम तरफ से भूगर्भ नाला से पानी बहते रहा.वहीं फूड फोर वर्क प्रोग्राम से नाला निर्माण करवाया गया.दुर्भाग्य से जमीन अतिक्रमण करने वाले नाला निर्माण करने पर 'वीटो' लगा दिए. नतीजा सड़क और घरों जलभराव होने लगा. आवाजाही में दिक्कत होने पर सड़क पर मिट्टी डालकर ऊंचा करते चले गए. नाली बना पर बेकार साबित हो गया। नाला व सड़क ऊंची होने से घर भूगर्भ में समा गया है.बरसात के दिनों में घरों में जलभराव हो जाता है. लोकसभा के प्रत्याशी आश्वासन दें तब जाकर वोट देने को तैयार होंगे. नारा बुलंद कर रहे हैं 'आगे समस्याओं का हल पीछे वोट नहीं समस्याओं का हल नहीं वोट'.
शनिवार, 13 अप्रैल 2019
बिहार : नहीं समस्याओं का हल तो नहीं वोट
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