बिहार : किसी बिहारी एंग्लो इंडियन को लोकसभा में मनोनीत किया जाए - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 31 मई 2019

बिहार : किसी बिहारी एंग्लो इंडियन को लोकसभा में मनोनीत किया जाए

demand-for-anglo-indian
पटना,31 मई। लोकसभा का गठन आम चुनाव के बाद होता है। इस लोकसभा में निर्वाचित सांसदों के अलावे 2 एंग्लो इंडियन को मनोनीत किया जाता है। राष्ट्रपति को 2 एंग्लो इंडियन को मनोनीत करने का अधिकार प्राप्त हैं। जो प्रधानमंत्री की अनुशंसा को तामिल करते हैं।

फ्रैंक एंथनी जबलपुर से थे उनके ही प्रयास से प्रतिनिधित्व मिला
ज्बलपुर से आकर दिल्ली में आकर फ्रैंक एंथनी वकालत करने लगे। बाद में फ्रैंक एंथनी एंग्लो इंडियन असोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बने। मुल्क आजाद हुआ तो एंथनी संविधान सभा के सदस्य बने। एंथनी की दलील थी कि एंग्लो इंडियन समुदाय इतना छोटा है कि वो अपने दम पर प्रतिनिधी चुनकर संसद नहीं भेज सकता। लेकिन संसद में कोई तो होना चाहिए जो उनकी बात करे। ये व्यक्ति उन्हीं की कौम से होना चाहिए। इन्हीं दलीलों के मद्देनजर संविधान में अनुच्छेद 331 जोड़ा गया। अनुच्छेद 331 के तहत राष्ट्रपति लोकसभा में एंग्लो इंडियन समुदाय के दो सदस्य नियुक्त करते हैं। इसी अनुच्छेद के तहत फ्रैंक एंथनी 7 बार बतौर सांसद मनोनीत हुए। राज्य में राज्यपाल विधान सभा मे 01 एंग्लो इंडियन को मनोनीत करता है। जो 15 नवम्बर,2000 के बिहार विभाजन होने से बिहार विधानसभा में किसी एंग्लो इंडियन समुदाय के व्यक्ति को मनोयन नहीं हो रहा है। इसी के आलोक में लोकसभा में किसी बिहारी एंग्लो इंडियन को मनोनीत करने का आग्रह किया जा रहा है।

किसी बिहारी एंग्लो इंडियन समुदाय के व्यक्ति को लोकसभा में मनोनीत करने का आग्रह
17 वीं लोकसभा का गठन हो गया है। एनडीए को 353 सीट की बहुमत पूर्ण बहुमत मिली है। प्रधानमंत्री के साथ अन्य मंत्रियों ने 30 मई को शपथ ग्रहण कर लिए हैं। 58 मंत्रियों के बीच में 31 मई को विभागों का बंटवारा भी हो गया है। 17वीं लोकसभा का सत्र 17 जून से करने की घोषणा कर दी गयी है। अब एक ही कार्य शेष है। वह है लोकसभा में 2 एंग्लो इंडियन को मनोनीत करना। संविधान के अनुच्छेद 331 के तहत राष्ट्रपति लोकसभा में एंग्लो इंडियन समुदाय के दो सदस्य नियुक्त करते हैं। इसी अनुच्छेद के तहत किसी बिहारी एंग्लो इंडियन को लोकसभा में मनोनीत किया जाए। बिहार में एनडीए को 40 सीट में 39 सीट प्राप्त हुआ है। बिहार के एंग्लो इंडियन समुदाय के लोगों ने लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बन जाने वाले नरेन्द्र दामोदर मोदी से आग्रहपूर्ण निवेदन किया गया है कि आप (प्रधानमंत्री) देश के महामहिम राष्ट्रपति को किसी बिहारी एंग्लो इंडियन को लोकसभा में मनोनीत करने की अनुशंसा करें।

कोई टिप्पणी नहीं: