स्वस्थ्य समाज के लिये महिलाओं का स्वस्थ होना बेहद जरुरी : रुपाली गुप्ता - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 28 मई 2019

स्वस्थ्य समाज के लिये महिलाओं का स्वस्थ होना बेहद जरुरी : रुपाली गुप्ता

health-camp-lucknow
लखनऊ (आर्यावर्त संवाददाता) आज दिनांक 28 मई 2019 को वैश्विक माहवारी प्रबन्धन दिवस के अवसर पर विज्ञान फाउण्डेशन, नींव वेलफेयर सोसाइटी तथा एक्शनएड एसोसियेशन के संयुक्त तत्वाधान में महिला कामगारों के स्वास्थ्य अधिकार पर जागरुकता सत्र व स्वास्थ्य कैंप का आयोजन पल्टन छावनी स्थित आश्रय गृह मे शाम 4 से किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं व किशोरी बालिकाओं को स्वास्थ्य सम्बन्धी सलाह देना तथा स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं से ग्रसित महिलाओं का कैंप के दौरान उपचार के साथ साथ उचित जानकारी देना था। कैंप के दौरान किंग जार्ज मेडिकल कालेज के चिकित्सकों की टीम में डाॅ0 छाया सिंह एवं डाॅ0 अंकिता स्त्री रोग विशेषज्ञ ,के नेतृत्व में 95 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें निःशुल्क दवाएं भी वितरित की गयी। मैथिलीशरण गुप्त वार्ड की पार्षद सुश्री रुपाली गुप्ता ने कैंप का शुभारम्भ फीता काटकर किया इसके पश्चात कैंप में उपस्थित प्रतिभागियों का सम्बोधित करते हुये कहा कि स्वस्थ समाज के लिये महिलाओं का स्वस्थ होना बेहद जरुरी है क्योंकि एक महिला अगर इन विषयों पर जानकार हो जाती है तो उसके परिवार के लगभग सभी लोगों को उस बात का पता चल जाता है। उन्होंने बताया कि किशोरी बालिकाएं व महिलायें शर्म की वजह से अपनी बात डाॅ0 को भी नही बताती है जिसके चलते आगे चलकर और दिक्कतों का सामना करना पडता है।   सत्र के दौरान विज्ञान फाउण्डेशन से ऋचा चन्द्रा ने कैंप में उपस्थित महिलाओं को जानकारी देते हुये कहा कि माहवारी महिलाओं में एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, इस प्रक्रिया से सभी महिलाये गुजरती है लेकिन समाज में इस बात को खुलकर कहने में शर्मिंदगी महशूस करती हैं। इसी शर्मिन्दगी के चलते बहुत सी किशोरी बालिकाओं को इसके बारे में जानकारी नही हो पाती, और वे किसी से पूछ भी नही पाती बस मन ही मन चिन्तित रहती है जिसके चलते अन्य बीमारियों का शिकार हो जाती है। कैंप के दौरान डाॅ0 छाया सिंह स्त्री रोग विशेषज्ञ ने बताया कि आज यहां पर महिलाये माहवारी सम्बन्धी समस्याओं को नही बता रही थी लेकिन जब पहले सत्र संचालित किया गया तब लगभग 65 महिलाओं ने माहवारी व प्रजनन से जुडी समस्याओं को रखा। उन्होंने बताया कि इस तरह के प्रयास अगर समय- समय पर होते रहे तो समाज में फैली इस तरह की भ्रान्तियां दूर होंगी और महिलाओं में जागरुकता अवश्य आयेगी ।  इस अवसर एक्शनएड एसोसियेशन की मनीषा भाटिया ने का कि महिलाओं को स्वस्थ रखने के लिये पुरुषों को भी आगे आने की जरुरत है, अधिकांश तौर पर महिलाये अपनी बात अपने पति से जरुर बताती है लेकिन पुरुष लोग उनकी बातों को अनसुनी करके टाल देते है जिसके चलते कभी - कभी महिलाये गम्भीर बिमारी से ग्रसित हो जाती है।  कार्यक्रम में आश्रय पल्टन छावनी के कार्यकर्ता अमर सिह, साहब बख्स सिह, भीमपाल, अमर दीप , विज्ञान फाउण्डेशन से संजय प्रताप सिहं, गुरुप्रसाद, आदि का सहयोग रहा।

कोई टिप्पणी नहीं: