बाजवा ने चीन के शीर्ष जनरल के साथ कश्मीर की स्थिति पर चर्चा की - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 27 अगस्त 2019

बाजवा ने चीन के शीर्ष जनरल के साथ कश्मीर की स्थिति पर चर्चा की

bajwa-talk-to-china-for-kashmir
इस्लामाबाद, 27 अगस्त, पाकिस्तान और चीन ने रक्षा सहयोग और पाकिस्तानी सेना की निर्माण क्षमता बढ़ाने के लिए एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये। दोनों सेनाओं के शीर्ष जनरलों ने जम्मू कश्मीर की स्थिति पर भी चर्चा की। जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को हटाये जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। चीन के केन्द्रीय सैन्य आयोग के उपाध्यक्ष जनरल जू किलियांग सोमवार को एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ रावलपिंडी में सेना के मुख्यालय गये और पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर जावेद बाजवा के साथ एक बैठक की। पाकिस्तानी सेना की मीडिया इकाई इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशन्स (आईएसपीआर) ने बताया कि बैठक के दौरान आपसी हित के मुद्दों, क्षेत्रीय सुरक्षा, द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को बढ़ाने के उपायों और कश्मीर की स्थिति पर विशेष तौर पर चर्चा की गई। बाजवा ने सभी महत्वपूर्ण मुद्दों विशेष रूप से कश्मीर पर चीन की समझ और समर्थन की सराहना की। आईएसपीआर के बयान के अनुसार किलियांग ने कहा, ‘‘चीन, पाकिस्तान और उसकी सेना के साथ अपने संबंधों को महत्व देता है और इन संबंधों को और मजबूत करने के लिए तत्पर है।’’  रक्षा सहयोग और पाकिस्तान सेना की निर्माण क्षमता बढ़ाने के लिए दोनों देशों के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। भारत अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह स्पष्ट रूप से बताता रहा है कि अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाया जाना उसका आतंरिक मामला है और उसने पाकिस्तान को यह सच्चाई स्वीकार करने की भी सलाह दी थी।

कोई टिप्पणी नहीं: