वैसे तो पुलिस की नौकरी में ट्रेनिंग पहले से ही मिलती है लेकिन महिला पुलिसकर्मियों को अतिरिक्त ट्रेनिंग की जरूरत होती है। इसी के तहत हाल ही में यूथ पाठशाला फाउंडेशन की अगुवाई में गुरुग्राम पुलिस लाइन में इस शिविर का आयोजन किया गया है। पांच दिवसीय ट्रेनिंग शिविर में गुरुग्राम की 50 महिला पुलिसकर्मियों को एसपीजी के पूर्व जवानों द्वारा नई तकनीक और विशेष हथियारों के जरिए आत्मरक्षा व सुरक्षा का विशेष ट्रेनिंग दिया गया है। ट्रेनिंग के दौरान द्वारा विशेष शस्त्रों द्वारा दुनिया भर में आत्मरक्षा और हॉस्टेज रेस्क्यू से जुड़ी सबसे आधुनिक विधियों का प्रशिक्षण दिया गया। इनमें एके 47, पिस्टल अटैक, नाइफ अटैक,चोक अटैक, स्टिक अटैक सहित कई अन्य विधाओं की ट्रेनिंग दी गई। इस शिविर के समापन समारोह के दौरान प्रशिक्षित महिला पुलिस कर्मियों में से पांच कर्मियों को विशेष प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।
क्या कहते हैं संयोजक?
इस शिविर के सह संयोजक सचिन देव वशिष्ठ ने महिला पुलिस कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज सार्वजनिक स्थलों पर खड़ी महिला पुलिस के आत्मविश्वास से दमकते चेहरों को देखकर कॉलेज, ऑफिस, बाजार जाने वाली हर महिला अपने आप को सुरक्षित महसूस करती है। इस तरह के प्रशिक्षण शिविरों के माध्यम से यूथ पाठशाला फाउंडेशन महिला पुलिस कर्मियों को नयी तकनीकि और आत्मरक्षा के विशेष गुण से जोड़कर और अधिक मजबूत बनाने का प्रयास कर रहा है। वहीं कार्यक्रम की संयोजक प्रियंका भारद्वाज ने बताया कि महिला सुरक्षा जैसे समसामयिक विषय को लेकर ‘यूथ पाठशाला फाउंडेशन’ देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करती रहती है। इसी क्रम में गुरुग्राम पुलिस के साथ मिलकर इस विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
गांव और कस्बे तक की महिलाओं को भी बताने की जरूरत
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सहायक पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) पंखुड़ी कुमार और शटल ऐप के उपाध्यक्ष वीर सिंह उपस्थित रहे। इस दौरान पंखुड़ी कुमार ने कहा कि ‘स्त्री सुरक्षा’ क्योंकि आत्मरक्षा जरूरी है। यह सिर्फ एक स्लोगन ही नहीं बल्कि आज के समय की जरूरी मांग में से एक है। क्योंकि एक सभ्य और सुरक्षित समाज का निर्माण तभी संभव हो सकता है जब इस देश की आधी आवादी आत्मनिर्भर और निडर होगी। पंखुड़ी कुमार ने कहा कि यह प्रशिक्षण शिविर महिला सुरक्षा की दृष्टि से एक सार्थक प्रयास है इस तरह के प्रशिक्षण शिविर आज गांव और कस्बे तक की महिलाओं और बच्चियों तक पहुंचना चाहिए।
ये लोग भी रहे मौजूद
शिविर के समापन समारोह में हरियाणा पुलिस के देवेन्द्र जी, धर्मपाल जी, सतपाल जी, श्रीमती सरोज कुमारी, श्रीमती सुशीला और पूनम सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में पंजार राज्य की पहली महिला नेवी अधिकारी रहीं अधिवक्ता प्रीती मोहन विशेष रुप से उपस्थित रहीं। प्रशिक्षण शिविर में शक्ति गुप्ता, मुन्ना वर्मा, सृजना, ममता और सुशीला ने स्वयंसेवक के रूप में विशेष भूमिका निभाई। कार्यक्रम का संचालन अवनीश राजपूत ने किया और आभार ज्ञापन अधिवक्ता प्रीती मोहन ने किया।
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