नेपाल ने छोड़ा 1 लाख 43 हजार 220 क्यूसेक पानी, बिहार में मचा सकता है जलप्रलय - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 29 सितंबर 2019

नेपाल ने छोड़ा 1 लाख 43 हजार 220 क्यूसेक पानी, बिहार में मचा सकता है जलप्रलय

nepal-release-heavy-water-in-kosi-barage
नेपाल ने 1 लाख 43 हजार 220 क्यूसेक पानी छोड़ा,अब कोसी ला सकती है जलप्रलय. उत्तर बिहार का मिथिलांचल के साथ ही सीमांचल का हिस्सा बाढ़ को लेकर बेहद ही संवेदनसील माना जाता और वही पिछले 60 घंटो से जारी मूसलाधार बारिश से यह कि हालात पहले से और बिगड़ दी है. बता दें कि नेपाल ने सुबह 4 बजे तक कोसी बराज से 1लाख 43हज़ार 220 क्यूसेक पानी उत्तर बिहार की ओर छोड़ा जो कि बढ़ने के क्रम में था।इसी बीच मधुबनी सुपौल व दरभंगा के कई नए गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया. माना जा रहा है कि ऐसी ही बारिश नेपाल और उत्तर बिहार में जारी रही तो राज्य के प्रमुख शहरों और खतरा मंडराने लगेगा।फिलहाल अगले दो दिनों तक इस भीषण बारिश से निजाद मिलने की उम्मीद कम है।

कोई टिप्पणी नहीं: