देश के विभिन्न प्रांतों में मनाया जाएगा राष्ट्रकवि रामधारी सिंह "दिनकर"जयंती समारोह, - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 2 सितंबर 2019

देश के विभिन्न प्रांतों में मनाया जाएगा राष्ट्रकवि रामधारी सिंह "दिनकर"जयंती समारोह,

राष्ट्रकवि संगम ने की इस बात की घोषणा
ramdhari-singh-dinkar-anniversiry
अरुण कुमार (आर्यावर्त) राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती इस वर्ष कई मायनों में खासमखास होगी।यूं तो जिला प्रशासन व साहित्यकारों की समिति उनके पैतृक गांव सिमरिया में प्रतिवर्ष 23 सितंबर को रामधारी सिंह "दिनकर"जयंती समारोह का आयोजन करती ही आ रही है, लेकिन इस बार का आयोजन कुछ खास होगा। वो खास इसलिए भी होगा कि राष्ट्रीय कवि संगम पूरे देश में दिनकर जयंती मनाने का निर्णय लिया है।इस मौके पर राष्ट्रीय कवि संगम  प्रांतीय अधिवेशन व कवि सम्मेलन करने का निर्णय बेगूसराय में लिया गया है।इसकी तैयारी को लेकर रविवार को स्थानीय केडीएम होटल के सभागार में प्रांतीय समिति की बैठक आयोजित की गई।बैठक के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए कवि संगम के राष्ट्रीय मंत्री व बिहार के प्रभारी दिनेश देवघरिया ने बताया कि बिहार के 22 जिलों से 150 से अधिक प्रतिनिधि कवि इसमें भाग लेने आ रहे हैं।इसके अलावा कविता पाठ के लिए देश के और भी नामचीन कवि पधार रहे हैं।इसमें बाबा सत्य नारायण मौर्य,हरियाणा के अनिल अग्रवंशी,सोनीपत के डॉ०अशोक बत्रा, देवघर के पंकज झा,लखनऊ के प्रियंका राज ओमनंदिनी,दिल्ली के दिनेश देवघरिया, पटियाला पंजाब के आंशु कवि अनिल गोविल शामिल हैं।

इस महाकवि कुम्भ में बाल कवियों को भी कविता पाठ करने का अवसर दिया जाएगा।
23-24 सितंबर को आयोजित इस दो दिवसीय कार्यक्रम में 10 बाल कवियों को अपनी कविता पाठ करने का मौका मंच से मिलेगा। इस मायने में यह कवि सम्मेलन (कुम्भ मेला) अनोखा होगा।इसके चयन को लेकर 1100 स्कूलों में बाल कवियों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है।चयनित बाल कवियों के अलावा अन्य प्रतिभागी बाल कवियों को भी श्रोताओं के रूप में इसमें भाग लेने का मौका दिया जाएगा।साथ ही 150 प्रतिनिधि कवि भी श्रोता रहेंगे।श्री देवघरिया ने बताया कि कविता, साहित्य व संस्कृति को बचाने और पुष्पित करने के उद्देश्य से इस संगठन का गठन 2002 में कवि इंद्रेश ने किया था।2006 में बिहार में संगम का गठन किया गया।उन्होंने कहा कि प्रत्येक शहर व गांव से प्रतिभा को उचित मंच मिले यही राष्ट्रीय कवि संगम का मूल उद्देश्य है। अल्प समय में संगम ने राष्ट्रीय स्तर पर संगठन को विस्तार देने में कामयाबी हासिल की है।बिहार की कमिटी तो बेहतर काम कर ही रही है,उसमें बेगूसराय सबसे अब्वल दर्जे पर अपना कार्य पूरी ईमानदारी से करते हुए अपने कर्तव्यनिष्ठा का परिचय देते हुए संगठन के कार्यों को ऊँचाई देने के लिये अग्रसर है। इस मौके पर बेगूसराय के जिलाध्यक्ष व आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रभाकर कुमार राय को प्रांतीय उपाध्यक्ष बनाने की घोषणा की गई।उनसे यह कहा गया कि अधिवेशन से पहले या बाद में अपनी सुविधानुसार वे जिला अध्यक्ष के पद का दायित्व किसी को सौंप सकते हैं।इस मौके पर प्रांतीय अध्यक्ष एसटी वर्मा,महासचिव अविनाश पांडेय,सचिव नीरज कमल, प्रफुल्ल कुमार मिश्रा, शैलेंद्र शर्मा त्यागी, सुधीर कुमार मुन्ना व जिलाध्यक्ष प्रभाकर कुमार राय प्रमुख रूप से मौजूद रहे।कार्यक्रम स्थल वीणा वेंक्यूट हाँल का सभागार रखा गया है।

कोई टिप्पणी नहीं: