धरातल पर कार्य- शिलापट्ट तक नहीं, योजना को 3 माह पहले पूर्ण दिखाकर बना दिया गया एमबी बुक।
रोहतास (आर्यावर्त संवाददाता) यह सच्चाई रोहतास जिला के करहगर प्रंखंड के सिन्दुआर पंचायत अंतर्गत हरिनामपुर डेरा की है, मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के अंतर्गत बनने वाले पीसीसी सड़क में भारी गबन का मामला प्रकाश में आया है,यह गबन जनप्रतिनिधि तथा प्रशासनिक पदाधिकारी ने की है, करहगर प्रखंड विकास पदाधिकारी मोहम्मद असलम ने मोबाइल पर बताया कि मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना प्रखंड से नहीं होती है, इसलिए उनकी अधिक जवाबदेही नहीं है, वही इस योजना के जेई खुशबू कुमारी ने 3 माह पहले जून 2019 में 3 लाख 81हजार रूपए की एमबी बुक कर दी है,यानी कार्य पूर्ण हो गए, जबकि करहगर प्रखंड के सिन्दुआर पंचायत अंतर्गत रामपुर डेरा के वार्ड नंबर 3 में योजना की बोर्ड या धरातल पर किसी प्रकार का कार्य की सामग्री भी उपलब्ध नहीं हैं, वार्ड कार्यान्वयन समिति के सचिव ने बताया कि उन्हें सिर्फ चेक पर अपना हस्ताक्षर करने भर से मतलब है वार्ड सदस्य सह कार्यान्वयन समिति अध्यक्ष ने उक्त योजना की कार्य से पहले 3 लाख 44 हजार राशि निकासी की बात बताते हुए अगले दो-चार दिन में उक्त कार्य शुरू करने की बात कही, ऐसा तब हुआ जब मीडिया की कैमरे में यह करतूत सामने आई, ग्रामीणों कि मानें तो उक्त पंचायत में मुखिया के पुत्र के दुकान फार्म से चेक का भुगतान होता है, जबकि की सरकार का गाईड लाईन है कि जनप्रतिनिधियों या अधिकारीयो के परिवार को शामिल नहीं करना है, गौरतलब हो कि बिहार में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत सरकार पक्कीकरण हेतु पीसीसी सड़क कार्य शामिल किया है लेकिन यहां मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना सात निश्चय में खुल्लम खुल्ला गबन करने का मामला सामने आया है, बड़ी बात है कि योजना की कार्य शिलापट्ट नहीं, राशि हो गए निकासी और एमबी बुक कर बताए गए कार्य पूर्ण। ऐसे में सरकारी अधिकारी और जनप्रतिनिधि कितना विकास करा सकेंगे यह कहना बड़ी मुश्किल है इस संबंध में जेई खुशबू कुमारी ने बताया कि योजना पूर्ण होने के बाद ही एमबी बुक की जाती है लेकिन यह गलत है, सूत्रों की मानें तो करहगर प्रखंड में यह एक नमूना है ऐसे कई मामले हैं।
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