पटना में बाढ़ की बदहाली के लिए प्रशासन जिम्मेदार : कांग्रेस - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 1 अक्तूबर 2019

पटना में बाढ़ की बदहाली के लिए प्रशासन जिम्मेदार : कांग्रेस

congress-blame-administration-for-bihar-flood
नयी दिल्ली, 01 अक्टूबर, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बिहार की राजधानी पटना में बाढ़ के कारण जो बदहाली हुई है उसकी वजह दैवीय नहीं बल्कि मानव निर्मित आपदा है और इसके लिए पूरी तरह से प्रशासन जिम्मेदार है। कांग्रेस के बिहार के प्रभारी शक्तिसिंह गोहिल तथा पार्टी प्रवक्ता अंशुल अविजित ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा पिछले डेढ़ दशक से नालों तथा गंदे नालों को बनाने तथा उनके रखरखाव के लिए कोई काम नहीं हुआ है। शहर के बड़े नेताओं तथा अन्य लोगों ने जिस तरह से अपने घरों के आसपास कब्जा कर पानी की निकासी को रोका है उससे हालात ज्यादा खराब हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के एक सांसद ने ही अपने घर के चारों तरफ अवैध कब्जा कर रखा है और वहां से पानी की निकासी के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। सत्तारूढ दल के कई अन्य नेताओं तथा शहर के प्रभावशाली लोगों ने इसी तरह से कब्जा किया हुआ हैं जिसका खामियाजा आम लोगों काे भोगना पड़ रहा है। श्री गोहिल ने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार के कारण शहर में नालों की व्यवस्था ठीक नहीं हुई है। पटना को स्मार्ट सिटी बनाने का सपना दिखाने वाली सरकार के प्रशासन ने ‘नमामि गंगे’ कार्यक्रम के तहत पटना में नालों को ठीक करने के लिए आवंटित धन राशि में भ्रष्टाचार किया है। योजना के तहत पाइपलाइन बिछाई गयी है लेकिन पानी की निकासी उन से नहीं हो रही है। प्रवक्ताओं ने कहा कि पहले भी पटना में बाढ आयी है लेकिन ऐसे हालात पहले कभी नहीं हुए। उन्होंने आरोप लगाया कि पानी की निकासी के लिए पम्प सिस्टम है लेकिन 80 प्रतिशत पम्प काम ही नहीं कर रहे हैं। प्रशासन अगर बाढ से निपटने की ठीक तरह से तैयारी करता और सीवर लाइन तथा नालों को दुरुस्त बना लिया होता तो हालात इस तरह से बदतर नहीं होते।

कोई टिप्पणी नहीं: