जेएनयू के प्रदर्शनकारी छात्रों पर पुलिस कार्रवाई का मुद्दा लोकसभा में गूंजा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 19 नवंबर 2019

जेएनयू के प्रदर्शनकारी छात्रों पर पुलिस कार्रवाई का मुद्दा लोकसभा में गूंजा

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नयी दिल्ली, 19 नवंबर, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर की गई कथित पुलिस कार्रवाई का मुद्दा मंगलवार को लोकसभा में गूंजा। तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने छात्रों पर किये गये पुलिस के कथित बलप्रयोग का मुद्दा शून्यकाल के दौरान उठाते हुए कहा,‘‘यह दुखद है कि जेएनयू के छात्रों पर लाठियां चलाई गई हैं। हमारे यहां यह व्यवस्था है कि उच्च शिक्षा सरकारी खर्च पर मिले, ताकि गरीब बच्चे भी उच्च शिक्षा हासिल कर सके।’’ इस पर लोकसभा अध्यक्ष (स्पीकर) ओम बिरला ने कहा, ‘‘आप देश को यह भी बताइये कि शुल्क पहले कितना था और अब कितना हो गया।’’ जिसपर, भाजपा के कई सदस्य भी स्पीकर की बात का समर्थन करते दिखें।  हालांकि इसके बाद राय ने कहा कि वह छात्रावास का शुल्क बढ़ाये जाने की बात भी बतायेंगे किंतु अभी वह छात्रों पर की गयी पुलिस कार्रवाई की बात उठा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जेएनयू में छात्रावास शुल्क 10 रूपये से बढ़ाकर 300 रूपये कर दी गयी है। कांग्रेस सदस्य टी एन प्रतापन ने भी शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए कहा, ‘‘जेएनयू में सरकार आवाज दबाने की कोशिश कर रही है। वह पुलिस लाठीचार्ज की दमनात्मक कार्रवाई की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जेएनयू, जामिया मिलिया और हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय, हर जगह छात्रों की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है।’’ उन्होंने (जेएनयू में) शुल्क वृद्धि वापस लिये जाने की मांग की। बसपा के कुंवर दानिश अली ने भी छात्रों पर पुलिस कार्रवाई का मुद्दा प्रश्नकाल और शून्यकाल के दौरान उठाने की कोशिश की। लेकिन शून्यकाल के दौरान स्पीकर ने उन्हें बोलने की अनुमति नहीं दी।

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