धनबाद (आर्यावर्त संवाददाता) हर माँ पिता का सोच होता है कि मेरा बेटा बड़ा होगा तो हमलोग के पुढापे का लाठी का सहारा बनेगा ।लेकिन अब ऐसा नही हो रहा है आज के समय मे बेटा बेटी को माँ पिता एक बोझ बनते हुए दिखाई दे रहे है ।जी हम बात कर रहे है धनबाद जिला के कतरास पंचगढ़ी गांव की जहाँ विर्द्ध कपुरण खातून ने अपने बेटा यूसुफ अंसारी और बहू से तंग आ कर घर छोड़ दी वही मोहल्ला वाले ने अपने पास रख कर लाल मणि बृद्धा सेवा आश्रम के लोगो को जानकारी दी और जानकारी मिलते ही।आश्रम के अध्यक्ष मोहम्मद नौशाद गद्दी कार्यकारी अध्यक्ष बी सुधीर मीडिया प्रभारी विजय सिन्हा सह सचिव सुरेंद्र यादव सीहत आश्रम के सभी सदस्य वृद्ध महिला के पास पहुंचे और वृद्ध महिला को अपने साथ आश्रम ले गए । वही आश्रम के अध्यक्ष सह संस्थापक नौशाद गद्दी ने कहा कि सरकार को इस पर कोई संधया लेना चाहिए और वैसे लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए जो अपने माता पिता को वृद्ध होने पर घर से निकाल देते हैं क्योंकि जो निकाल रहे हैं वह भी एक दिन वृद्ध होंगे और उनके भी बच्चे घर से निकलना काम करेंगे। वही आश्रम के कार्यकारी अध्यक्ष बी सुधीर ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द इस तरह के बच्चे को दण्डित करे ताकि और कोई बच्चा अपने बूढ़े माँ पिता को घर से बाहर निकालने में डरे ओर अपनी माँ पिता का सेवा करे ।
शुक्रवार, 15 नवंबर 2019
धनबाद : एक वृद्ध माँ को उसके बेटे ने ठुकराया तो लालमणि वृद्धा सेवा आश्रम ने अपनाया
Tags
# झारखण्ड
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
झारखण्ड
Labels:
झारखण्ड
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें