बिहार : जिस राह से लोग आवाजाही करते हैं वहां पर नाली और गली नहीं बना सकते - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 17 नवंबर 2019

बिहार : जिस राह से लोग आवाजाही करते हैं वहां पर नाली और गली नहीं बना सकते

दो जमीन मालिकों के बीच 'रार' उत्पन्न होने से 120 फीट पर निर्माण कार्य नहीं होने दिया जा रहा है
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पटना,17 नवम्बर। पटना नगर निगम में है वार्ड नम्बर-22। इसका वार्ड पार्षद हैं दिनेश कुमार। वार्ड पार्षद के प्रयास से मखदुमपुर बगीचा में नाला और गली निर्माण हो रहा है। इस निर्माण कार्य में व्यवधान उत्पन्न हो गया है,जिसके कारण 120 फीट नाला और गली का निर्माण नहीं हो रहा है। इसका खामियाजा बगीचा के लोग भुगतेगें।

बेमौसम बारिस से जल जमाव उत्पन्न हुआ
त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत के कार्यकाल में मखदुमपुर बगीचा में भूगर्भ नाला और ईंट सोलिंग किया गया।इसमें विधायक संजीव चौरसिया जी का योगदान था।पूर्व पंचायत समिति के सदस्य अरविंद कुमार वर्मा कार्य करवाया।उस समय भी दोनों के तकरार में अधूरा कार्य हुआ।कार्य अवरूद्ध होने के कारण भूगर्भ नाला में ही घरेलू पानी का जमाव होता रहा। उक्त पानी पर मच्छरों का वासस्थान बन गया। मच्छरों की लीला से जीना मुहाल हो गया।बिना फाईटर नामक अगरबर्ती से  ही मच्छरों से बचा जा रहा है। इसके बाद बेमौसम बारिश ने जले पर नमक छिड़कने का काम किया। गली में और परती जमीन में जलजमाव हो गया। इसके बाद कई लोग 'डेंगू' के शिकार हो गए।जिनमें महिला स्वास्थ्य कर्मी भी शामिल हैं।

वार्ड पार्षद के प्रयास से मखदुमपुर बगीचा में कार्य
वार्ड पार्षद दिनेश कुमार के प्रयास से मुख्यमंत्री के सात निश्चय के तहत काम शुरू हुआ है।जहां पर विवाद नहीं है वहां पर ईंट सोलिंग पर सीमेंट,बालू व गिट्टी से गली को ढाला गया।जहां विवाद है वहां पर कार्य नहीं होने से समस्या पूर्व की तरह बरकरार है। गली तो मोर के पैर की तरह दिखायी देगी।घरेलू पानी भूगर्म नाला में ही सड़ता रहेगा। मच्छरों का प्रकोप जारी रहेगा। पूर्व की तरह ही बिना  फाईटर नामक अगरबर्ती से रहा नहीं जा सकेगा।नियमित धूंआ करने की जरूरत है।

इस समस्या का समाधान करने का आग्रह
यह गंभीर स्थिति बन गयी है कि जिस राह से लोग आवाजाही करते हैं वहां पर आप नाली और गली नहीं बना सकते हैं। वहां के दो जमीन मालिकों के बीच 'रार' उत्पन्न हो गया है। जिसके कारण 120 फीट पर निर्माण कार्य नहीं होने दिया जा रहा है। कार्य जारी रखने का मनुहार लोग कर रहे हैं मगर सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आ रहा है। सच्चाई यह है दोनों जमीन का कागज दिखाकर समस्या का समाधान नहीं करना चाह रहे हैं।

क्या करना चाहिए?
दीघा विधान सभा के विधायक संजीव चौरसिया जी व्यक्तिगत रूची लेकर पटना सदर के अंचल पदाधिकारी को कॉल करें और दोनों जमीन मालिकों को बुलाकर मसले का समाधान कराएं।

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