हम बापू के रामराज्य के समर्थक हैं : योगी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 26 नवंबर 2019

हम बापू के रामराज्य के समर्थक हैं : योगी

we-support-gandhi-ram-raj-yogi
लखनऊ, 26 नवंबर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि वह समाजवादी नहीं बल्कि बापू के रामराज्य के समर्थक हैं, जो सर्वकालिक, सार्वभौमिक और शाश्वत हो । योगी ने संविधान दिवस के मौके पर आयोजित विधानमंडल के विशेष सत्र के दौरान सपा पर निशाना साधते हुए कहा, 'आम आदमी की कोई जाति नहीं होती । हमने केन्द्र या प्रदेश की कोई योजना भाजपा के नाम पर नहीं चलायी । हम भी कर सकते थे लेकिन हमने नहीं किया ।’’  उन्होंने पूछा, 'संविधान में समाजवादी शब्द कब जुड़ा। मैं सोशलिस्ट का नहीं बापू के रामराज्य का समर्थक हूं । कभी आप कांग्रेस की गोद में, कभी बसपा की गोद में जाते हैं । यह देश गांधी के रामराज्य की भावनाओं को लेकर आगे बढता है । उन्हीं भावनाओं को लेकर हम चल रहे हैं ।’’ 

योगी ने राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि हमने संविधान ऐसा नहीं बनाया है कि कभी इसमें संशोधन नहीं हो सकता । न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुता संविधान के मूल तत्व हैं ।  उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक को संविधान ये अधिकार देता है कि अलग अलग पृष्ठभूमि से आने के बावजूद प्रदेश के बारे में सोच पाते हैं और कार्य करते हैं । उत्तर प्रदेश विधानमंडल के लिए आज का दिन सुनहरा दिन है । भारत दुनिया की सभ्यताओं में प्राचीनतम सभ्यता और संस्कृति वाला देश है । उन्होंने कहा कि विविधता में एकता के दर्शन भारत में होते हैं । ये भारत के संविधान की ताकत है । उत्तर से दक्षिण, पूरब से पश्चिम पूरे देश को जोडकर चलने की ताकत इस संविधान में है । योगी ने कहा कि संविधान एक तरफ हमें मानवीय गरिमा और सुरक्षा की गारंटी देता है, दूसरी ओर नागरिकों के अधिकारों के प्रति सचेत करता है । हर नागरिक के लिए कुछ मूल तत्व भी संविधान ने निर्धारित किये हैं । उन्होंने कहा कि एक धारा जबर्दस्ती जोड़ दी गयी थी ... संविधान के अनुच्छेद 35 ए, अनुच्छेद 370, उस समय बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर ने इस पर असहमति जताई थी और कहा था कि अनुच्छेद 370 कश्मीर के लिए विषबेल का कार्य करेगी, लेकिन उस समय की सरकार ने इस पर अपेक्षित ध्यान नहीं दिया । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने कश्मीर में अनुच्छेद 370 को समाप्त किया । अनुच्छेद 35 ए को निरस्त करने के बाद कश्मीर में अब भारत का प्रत्येक कानून लागू होगा ।  इससे पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने संविधान दिवस के मौके पर विधानमंडल की विशेष संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 ए हटाया जाना ऐतिहासिक फैसला था । अब वहां वही कानून चलेंगे, जो भारत के अन्य हिस्सों में । 'एक देश एक विधान और एक निशान' का सपना पूरा हो गया है । कांग्रेस ने यह आरोप लगाते हुए सदन की कार्यवाही का बहिष्कार किया कि भाजपा संविधान की हत्या कर रही है। राज्यपाल ने संविधान के उद्देश्यों का उल्लेख करते उन्हें हुए पूरा करने में सरकारों की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कुंभ मेला और देव दीपावली जैसे बड़े आयोजनों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सफलतापूर्वक कराने का उल्लेख किया और सहयोग के लिए जनता को धन्यवाद दिया। 

सपा बसपा और अन्य दल विशेष बैठक में शामिल हुए जबकि कांग्रेस ने कार्यवाही का बहिष्कार किया। कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना शुक्ला मोना ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया कि भाजपा सदन में तो संविधान की प्रशंसा कर रही है जबकि महाराष्ट्र में वह इसकी हत्या कर रही है। हम संविधान के साथ हैं लेकिन इसके दुरुपयोग का विरोध करते हैं। कांग्रेस के सदस्यों ने विधान भवन परिसर में विरोध प्रदर्शन किया उनके हाथ में पोस्टर थे जिन पर लिखा था ,महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या। सपा सदस्यों ने भी पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के आगे धरना दिया उनके हाथ में ‘संविधान बचाओ’ लिखे हुए पोस्टर थे। सपा के विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप ने कहा कि भाजपा संविधान का अनुकरण नहीं कर रही है बल्कि इसके खिलाफ काम कर रही है । उसको पूरा देश देख रहा है । हम यहां भाजपा के खिलाफ और संविधान की रक्षा के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। योगी ने विधान परिषद और विधानसभा दोनों ही सदनों में कहा कि यह वर्ष उत्तर प्रदेश के लिए कई मायनों में बहुत महत्वपूर्ण है । प्रयागराज कुंभ, 2019 ने स्वच्छता, सुरक्षा के लिए वैश्विक मंच पर स्थान पाया है । यूनेस्को ने इसे मान्यता दी । पहली बार 72 देशों के नागरिकों ने आकर अपनी ध्वजा फहरायी । संयुक्त राष्ट्र के 193 में से 187 देशों के लोग कुंभ के आयोजन में सहभागी बने । योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस का व्यवहार भी इतना अच्छा हो सकता है, हमें देखने को मिला । ये अदभुत है । उन्होंने कहा कि नौ नवंबर 2019 को उच्चतम न्यायालय ने राम जन्मभूमि से संबंधित फैसला सुनाया । इतना शांतिपूर्ण तरीके से लोगों ने उच्चतम न्यायालय के फैसले को स्वीकारा है । यह भारत की न्यायपालिका की ताकत के साथ साथ भारत के लोकतंत्र की ताकत का भी अहसास कराता है।  उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आने के बाद हमने तय किया था कि भ्रष्टाचार एवं अपराध के मुद्दे पर जीरो टालरेंस लागू करेंगे । योगी ने पीएफ घोटाले की चर्चा करते हुए कहा, 'ट्रस्ट में सरकार नहीं है लेकिन इसकी शुरूआत दिसंबर 2016 में हो गयी थी । एमडी पावर कारपोरेशन के कार्यकाल को सरकार बार बार क्यों बढा रही थी । पूरे पीएफ घोटाले का मास्टरमाइंड पिछली सरकार का चहेता अधिकारी था । हमने उसे जेल पहुंचाया है । हमने कहा है कि कर्मचारियों के पीएफ की एक एक पाई लेंगे । जो इस घोटाले में लिप्त होगा, उसकी संपत्ति को जब्त करेंगे । दोषी को बख्शेंगे नहीं ।’’  सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताते हुए योगी ने कहा कि हमने उत्तर प्रदेश को खुले में शौच से मुक्त किया है । यही स्थिति आवास के क्षेत्र में है । बिना भेदभाव के हर गरीब को आवास मिला है । आज योजनाओं का लाभ हर तबके को देने का प्रयास हो रहा है । संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना द्वारा राज्यपाल के अभिभाषण पर पेश किये गये धन्यवाद प्रस्ताव को सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया । बाद में विधानसभा अध्यक्ष ने सदस्यों को संविधान के प्रति शपथ भी दिलायी । इसके बाद दीक्षित ने सदन की बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी ।

कोई टिप्पणी नहीं: