
जमशेदपुर, दिनांक 23:11:2019, संस्कार शनिवार साऊथ प्वाइंट स्कूल, जमशेदपुर में संस्कार भारती कला साहित्य की अखिल भारतीय संस्था द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया l कार्यशाला में मुख्य वक्ता श्रीमान शिवाजी क्रांति, ( प्रांत संयोजक, डॉ विष्णु श्रीधर वाकणकर जन्मशती शताब्दी आयोजन समिति, झारखण्ड,), श्रीमान महेन्द्र जी, ( विभाग प्रचारक जमशेदपुर, प्रांत सह सेवा प्रमुख ,) एवं श्री देवब्रत बनर्जी, सक्रिय सदस्य थे l विद्यालय के चेयरमेन श्री शिव प्रकाश शर्मा ने आए हुए अतिथियों एवं विद्यालय के प्रधानाचार्या, शिक्षकों का स्वागत करते हुए कार्यशाला के महत्व पर प्रकाश डाला l श्रीमान शिवाजी क्रांति ने कार्यशाला में संबोधित करते हुए डॉ विष्णु श्रीधर वाकणकर के जन्मशती अवसर पर उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए डॉ विष्णु जी के द्वारा देश और समाज को दिए गए योगदानों की विस्तार से जानकारी दी l जिस भारतीय इतिहास एवं सभ्यता को प्राचीन ना बताकर चाटुकार इतिहासकारों द्वारा कुछ 100 सालों का बताया जाता था और हमें आयातित आर्य के रूप में बताया गया l डॉ वाकणकर द्वारा उसी भारतीय इतिहास और सभ्यता का अध्यन करते हुए बिना कोई तकनिकी प्रक्रिया भीमबैठा के गुफ़ा की खोज करके एवं उसपर उकृत सैलकृती का अध्यन करके खोज कि ये बनाई गई कलाकृति 50000 साल पुरानी हैं l जब इस ओर इतिहासकारों द्वारा शोध किया गया तो इसे 35 से 50 हजार सालों पुराना बताया गया l इस तरह से हमारे इतिहास और सभ्यता को को जब सभी ने हड़प्पा एवं मोहनजोदड़ों की सभ्यता से जोड़कर बताया गया जबकि डॉ वाकणकर जी ने विलुप्त हुई सरस्वती नदी के बहाव की खोज करके बताया कि किस तरह यहां के लोग और समाज विकसित थी l इस जन्मशती वर्ष का उद्देश्य हैं वर्तमान और आने वाली पीढ़ी को भारत की प्राचीन कला साहित्य एवं संस्कति से जोड़ा जाए और उनमें इसमें रुचि पैदा की जाय l कार्यशाला को विभाग प्रचारक प्रांत सह सेवा प्रमुख श्रीमान महेन्द्र ने भी संबोधित किया और शिक्षकों इसमें क्या योगदान हो सकता हैं बताया गया l अंत में विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती मधु ने कार्यशाला के प्रकाश पर महत्व बताते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया l
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