नयी दिल्ली 21 दिसम्बर, नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल भीम आर्मी के प्रमुख चन्द्रशेखर आजाद को यहां जामा मस्जिद के निकट शनिवार को तड़के हिरासत में लिया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को उकसाने की आशंका को देखते तड़के चार बजे में करीब चन्द्रशेखर को हिरासत में लिया गया। चंद्रशेखर ने हिरासत में लिए जाने से पहले ट्वीट कर कहा पुलिस जामा मस्जिद के सामने गली में अपने घरों के आगे शांतिपूर्ण तरीके से खड़े लोगों को लाठीचार्ज और केस दर्ज करने का डर दिखाकर उकसा रही है। यह पुलिस की आंदोलन को बदनाम करने की सोची समझी साजिश लग रही है। उन्होंने एक अन्य वीडियो ट्वीट में कहा कि सीएए और एनआरसी के खिलाफ आज बड़ी लड़ाई है। यह कानून मुल्क को तोड़ देगा। उन्होंने लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन चलाने की अपील करते हुए की यह लड़ाई किसी जाति या धर्म के खिलाफ नहीं है बल्कि देश बचाने की है। सरकार को इस कानून को वापस लेना होगा। देश को कमजोर करने की साजिश की जा रही है और खासकर दलितों पिछड़ों के हक को छीनने की साजिश की जा रही है।
गौरतलब है कि चंद्रशेखर ने शुक्रवार को पुरानी दिल्ली की जामा मस्जिद से संविधान की कॉपी हाथ मे लेकर जंतर मंतर तक पैदल मार्च करके जंतर मंतर पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने का निर्णय लिया था लेकिन पुलिस ने मार्च करने की इजाजत नहीं दी थी। उल्लेखनीय है कि कल नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान दिल्ली गेट के पास शुक्रवार को हुई हिंसा में 33 लोग घायल हो गये, जिसमें लगभग 10 पुलिसकर्मी है। दिल्ली पुलिस ने दिल्ली गेट इलाके में शाम को प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछार के बाद लाठी चार्ज किया किया था। दिल्ली गेट के पास प्रदर्शनकारी हिंसक हो गये और एक वाहन में आग लगा दी। पुलिस के अनुसार दरियागंज में घंटों से एकत्र भीड़ शाम को हिंसक हो गयी। पुलिस ने लोगों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें छोड़ी लेकिन बड़ी संख्या में लोग अब भी दरियागंज में जमा हो गये थे। इसके अलावा जामा मस्जिद के बाहर और इंडिया गेट पर भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी एकत्र हैं और लगातार सीएए और एनआरसी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शन को देखते हुए मंडी हाउस से आईटीओ की ओर जाने वाली सड़कों पर यातायात रोक दिया गया है। इसके साथ लोगों की आवाजाही को नियंत्रित करने तथा सुरक्षा कारणों से पुरानी दिल्ली के चावड़ी बाजार, लाल किला, जामा मस्जिद दिल्ली गेट मेट्रो स्टेशनों को बंद किया गया। विभिन्न छात्र संगठनों की ओर से इंडिया गेट के निकट शाम के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर ज्यादा भीड़-भाड़ वाले कश्मीरी गेट, राजीव चौक, केंद्रीय सचिवालय, मंडी हाउस, जनपथ, खान मार्केट मेट्रो स्टेशन को बंद किया गया था। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन के दौरान दिल्ली गेट इलाके में हुई हिंसा के बाद बड़ी संख्या में हिरासत में लिए गए लोगो की रिहाई के लिए लोग ने पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी दिल्ली पुलिस मुर्दाबाद और फासीवाद हो बर्बाद जैसे नारे लगा रहे हैं। प्रदर्शनकारियों के कहना है कि पुलिस ने दिल्ली गेट इलाके से लगभग 200 लोगों को हिरासत में लिए गए है। प्रदर्शन के दौरान हुयी हिंसा में 42 लोगों के घायल होने की सूचना है, जिसमें जिसमें 15 से पुलिस अधिकारी हैं। इस घटना में पुलिस के कुछ बड़े अधिकारी घायल हुए हैं। हर तरफ पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है ताकि पुलिस मुख्यालय के पास जाने से लोगो को रोक जा सके। पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में गश्त बढा दी है।
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