जयनगर/मधुबनी (हिरेन पासवान) मधुबनी जिले के जयनगर में रेलवे के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से रेलवे को हो रहा भारी नुकसान। रेलवे स्टेशन के बाहरी परिसर, दक्षिणी इलाका, पश्चिमी इलाके पर अवैध तरीके से लोगों को जमीन किराये पर दिया जा रहा है। इसमें शहीद चौक स्तिथ मछली बाजार है, जो किसी बड़े रसूखदार दलाल को किराए पर रेसुब के मिलीभगत से दिया गया है। बस स्टैंड के पास की भी जमीन रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों ने अपनी जेब गर्म कर चिन्हित कुछ दलाल रसूखदारों को किराए पर दे रखा है। इसका भारी आर्थिक नुकसान रेलवे को भुगतना पड़ रहा है। इसी कारण कई बार आईओडब्लू रेलवे विभाग को परेशानी का सबब बन जाता है बाद में खाली कराने के नाम पर। इसमें जयनगर के कुछ दलाल पत्रकार भी शामिल हैं जी इस तरह की आपराधिक ओर गलत प्रक्रिया में शामिल है। इस बाबत जब रेलवे सुरक्षा बल के प्रभारी नागेंद्र सिंह से हमने पूछा तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ लिया। उन्होंने कहा कि ये सब गलत खबर है, और ये सब काम खाली कराने का आईओडब्लू रेलवे विभाग का है। पर जो स्थती मालगोदाम पर देखने को मिलती है वो इससे साफ अलग है। साफ-साफ दिखाई देता है कि प्रभारी की मिलीभगत है इसमें।
जयनगर/मधुबनी (हिरेन पासवान) मधुबनी जिले के जयनगर में रेलवे के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से रेलवे को हो रहा भारी नुकसान। रेलवे स्टेशन के बाहरी परिसर, दक्षिणी इलाका, पश्चिमी इलाके पर अवैध तरीके से लोगों को जमीन किराये पर दिया जा रहा है। इसमें शहीद चौक स्तिथ मछली बाजार है, जो किसी बड़े रसूखदार दलाल को किराए पर रेसुब के मिलीभगत से दिया गया है। बस स्टैंड के पास की भी जमीन रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों ने अपनी जेब गर्म कर चिन्हित कुछ दलाल रसूखदारों को किराए पर दे रखा है। इसका भारी आर्थिक नुकसान रेलवे को भुगतना पड़ रहा है। इसी कारण कई बार आईओडब्लू रेलवे विभाग को परेशानी का सबब बन जाता है बाद में खाली कराने के नाम पर। इसमें जयनगर के कुछ दलाल पत्रकार भी शामिल हैं जी इस तरह की आपराधिक ओर गलत प्रक्रिया में शामिल है। इस बाबत जब रेलवे सुरक्षा बल के प्रभारी नागेंद्र सिंह से हमने पूछा तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ लिया। उन्होंने कहा कि ये सब गलत खबर है, और ये सब काम खाली कराने का आईओडब्लू रेलवे विभाग का है। पर जो स्थती मालगोदाम पर देखने को मिलती है वो इससे साफ अलग है। साफ-साफ दिखाई देता है कि प्रभारी की मिलीभगत है इसमें।
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