नई दिल्ली (आर्यावर्त संवाददाता) मुंबई के गीतकार शेखर अस्तित्व का देश की नामी-गिरामी साहित्यिक संस्था अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति के इस वर्ष के गीत गंगा सम्मान के लिए चयन किया गया है। महाराष्ट्र के गौंदिया में जन्मे शेखर अस्तित्व की शिक्षा-दीक्षा मध्य प्रदेश के बालाघाट में हुई जहां इनकी माताजी स्कूल प्रिंसिपल थीं। और पिताजी समाज सेवा में रत थे। चूंकि पिताजी भी थोड़ा बहुत लिखते इसलिए लेखन के प्रति रुचि बचपन से ही जागृत हो गई और छठवीं कक्षा में पढ़ते समय से ही स्कूल की कविता प्रतियोगिता में इन्होंने भाग लेना शुरू कर दिया ।और उस समय के स्थानीय समाचार पत्रों में गीत, ग़ज़ल, और कविताएं प्रकाशित भी होने लगी । यहीं से मंचों पर काव्यपाठ का सिलसिला शुरू हुआ, जो अब तक जारी है । इसी क्रम में एक बार जब शेखर अस्तित्व जब मुंबई आये तो फिर यहीं के होकर रह गये ।और यहां के विभिन्न साहित्यिक, सांगीतिक कार्यक्रमों में सहभागिता होने लगी । लेखन यात्रा के दौरान फिल्मों में गीत लिखने स्वप्न इनके मन में सदैव पलता रहा। इसी क्रम में इत्तफाक से एक बार श्री रविन्द्र जैनजी से शेखर की भेंट हुई, तो फिर ये उन्हीं के साथ जुड़ गये और सहायक के रूप में काम करने लगे । यहीं से इनके फिल्मी सफर की शुरुआत हुई । रविन्द्र जैनजी के साथ काम करते हुए ही, रामानंद सागरजी, सूरज बड़जात्याजी, विकास कपूरजी से इनका परिचय हुआ और यहीं से धारावाहिकों में गीत लेखन की इनकी शुरुआत हुई ।
धारावाहिकों में गीत लेखन
साईबाबा, रामायण, जय श्री कृष्णा, मीरा, शनिदेव, बजरंगबली, नव्या, महादेव, सिया के राम, राधा कृष्ण आदि पैंतीस से अधिक धारावाहिकों में शेखर अस्तित्व ने गीत लेखन किया है।
फिल्मों में गीत
शेखर अस्तित्व ने धारावाहिकों के अलावा फिल्मों में भी गीत लिखे हैं जिनमें फिल्म "रॉकी हैंडसम", "इश्क़ क्लिक", "माई फ्रेंड्स दुल्हनिया" सहित अनेक फिल्में हैं लेकिन पहचान मिली फिल्म "संजू" के गीत "कर हर मैदान फतेह" से, जिसे स्वर दिया था सुखविंदर सिंह और श्रेया घोषाल ने और संगीत से सजाया था संगीतकार विक्रम मोंट्रोज ने । इस गीत के लिए इन्हें "इंडीवुड एकेडमी" का साल 2018 का बेस्ट लिरिसिस्ट अवॉर्ड भी मिला। उल्लेखनीय है कि यह गीत 2018 के फिल्म फेयर पुरस्कार के लिए भी नॉमिनेट हुआ । इसके साथ ही शेखर का फिल्म "प्रस्थानम" का गीत - दिल बेवड़ा भी काफी लोकप्रिय हुआ है । हाल ही में लेखक निर्देशक विकास कपूरजी की आने वाली फिल्म "चल जीत लेे ये जहां" के लिए भी इनके गीत रिकॉर्ड हुए है । शेखर अस्तित्व फिल्मों के लोकप्रिय गीत कार तो हैं हीं इसके अलावा काव्यमंचों पर भी आग्रहपूर्वक सुने जानेवाले गीतकार हैं। गीत विधा के लिए किये गए अप्रतिम अवदान के लिए शेखर अस्तित्व को देश की प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति ने गीत विधा के अपने प्रतिष्ठित अलंकरण गीत गंगा सम्मान के लिए आपका चयन किया है। आगामी ०३ फरवरी को मुंबई में आयोजित होने जा रहे समिति के बारहवें राष्ट्रीय अधिवेशन मुंबई महोत्सव में शेखर अस्तित्व को यह सम्मान प्रदान किया जाएगा। शेखर अस्तित्व स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम कर रही संस्था स्वस्थ भारत के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य हैं। स्वस्थ भारत यात्रा गीत लिखने का गौरव भी शेखर अस्तित्व को प्राप्त है।
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