धरना में महिलाओं की भागीदारी बढ़ती जा रही हैं, गांव गांव से आते हैं लोग धरना में शामिल होनेहम लोग संविधान बचाने के लिए बैठे। ये भाजपा-आरएसएस के लोग देश के गद्दार है - तुल्लाह खान
मधुबनी 23 जनवरी (रजनीश के झा) एनआरसी-एनपीआर-सीएए के खिलाफ आज धरना सत्याग्रह 18 वे दिन भी जारी रहा। अनिश्चितकालीन धरना संविधान बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक तुल्लाह खान । तथा युवा नेता परवेज हसन दानिश की अध्यक्षता में आयोजित किया हैं\ धरना को संबोधित करते हुए हुए मधुबनी विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी असलम अंसारी ने कहा कि ये धरना तब तक चलता रहेगा जब तक सरकार इस काले कानून को वापस नहीं लेती है। वहीं धरना को संबोधित करते हुए संविधान बचाओ संघर्ष समिति के सदस्य फहीम बकर मुसा ने कहा कि जब देश का संसद आवारा हों तब देश की जनता कैसे आराम की नींद सो सकतीं हैं,हब सरकार की इस विभाजन कारी निति का जब कर विरोध करेंगे। तुल्लाह खान ने कहा कि आज देश की जनता इस ताना शाही का जबाब दे रही है। आज देश के अंदर दलितों-अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा समाज देश के वफादार है। ये भाजपा-आरएसएस के लोग देश के गद्दार है। और देश अब इसे बाहर कर देगी। अनिश्चितकालीन धरना के अध्यक्ष परवेज हसन दानिश ने कहा कि एनआरसी-सीएए-एनपीआर देश के आम-आवाम के वजूद की लड़ाई है। और देश इस काला कानून बर्दास्त नही करेगा। यह लड़ाई कोई हिन्दू-मुशलमान की लड़ाई नही है। ये हिंदुस्तान को बचाने की लड़ाई है। और सभी समाज के लोग मिलकर इस लड़ाई को लड़ेंगे। वही धरना को संबोधित करते हुए समीउर रहमान मुंसी ने कहा की अब यह लड़ाई गाँव-गाँव से शुरू हो चुकी है। और जब तक कानून को वापस नही लिया जाएगा तब यह लड़ाई जारी रहेगा। देश की जनता मोदी सरकार के इस काले कानून को नही मानती है। हम सुप्रीम कोर्ट के फैसला का सम्मान करते है। लेकिन ये सरकार का सुप्रीम कोर्ट के अंदर जो हस्तक्षेप है। हम उनका भी जनता के बीच बतलाने का काम करेंगे। धरना को संबोधित मशहूर शायर जमील अख्तर शफीक, अमारा , सम्मया , मजहर कमाल, राशिद, कामिल हुसैन, रहमत सहीत कई लोगों ने किया

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