चाईबासा में सीएए के समर्थन में एक महासभा का आयोजन किया गया, जिसमें बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मन गिलुआ ने भी शिरकत की. सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.
चाईबासा (प्रमोद कुमार झा) पूरे देश में एक तरफ जहां सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है. वहीं, दूसरी तरफ सीएए के समर्थन में भी कई जगहों पर रैली निकाली जा रही है. चाईबासा के गांधी मैदान में सीएए के समर्थन में एक विशाल आमसभा का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों लोगों ने भाग लिया. जिला प्रशासन ने सीएए के समर्थकों को जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी थी, लेकिन समर्थक गांधी मैदान में जमा होकर जुलूस निकालने का प्रयास कर रहे थे. इसे लेकर जिला प्रशासन और समर्थकों के बीच बहस हो गई. काफी देर तक मौके पर उपस्थित पदाधिकारियों के समझाने के बाद समर्थक माने और सीएए नागरिकता संसोधन कानून 2019 को लेकर आमसभा का आयोजन किया. सीएए के समर्थन में सैकड़ों लोगों ने हाथों में तिरंगा और भगवा झंडा लेकर जमकर नारे लगाए. आमसभा में उपस्थित मुख्य वक्ताओं के निशाने पर कांग्रेस पार्टी रही. सभी वक्ताओं ने सीएए का विरोध कर रहे राजनीतिक दलों पर जमकर निशाना साधा. वहीं वक्ताओं ने कहा कि सीएए का विरोध करने वाले लोगों को केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं का भी लाभ नहीं लेना चाहिए. सीएए का समर्थन को लेकर आयोजित विशाल आमसभा को संबोधित करते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मन गिलुआ ने कहा कि, जो लोग सीएए का विरोध कर रहे हैं, उन्हें पहले सीएए का वास्तविक अर्थ जानने की आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि12 दिसंबर को राष्ट्रपति ने इस बिल पर मुहर लगाई, जिसके बाद देश में यह एक कानून बन गया है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि कांग्रेस के नेतृत्व में राजनीतिक दल इस कानून का विरोध करने में लगे हुए हैं. लक्ष्मण गिलुआ ने कहा कि जब यह बिल संसद में पारित किया गया उस समय कांग्रेस के 55 सांसद थे, लेकिन उस समय क्यों नहीं विरोध किया गया. विरोध हुआ तो जोरदार तरीके से विरोध नहीं हुआ, इसका मतलब है कि कांग्रेस में दम ही नहीं है

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