नयी दिल्ली 15 जनवरी, देश के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ के अंतरिक्ष यात्रियों का प्रशिक्षण जनवरी में रूस में शुरू होगा। केंद्रीय परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने बुधवार को यहां इस आशय की जानकारी दी। उन्होेंने बताया कि भारत के पहले मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन के लिए अंतरिक्ष यात्रियों का प्रशिक्षण रूस में जनवरी के तीसरे महीने में शुरू होने की संभावना है। इस मिशन के लिए चार अंतरिक्ष यात्रियों को चुन लिया गया है। उन्होंने बताया कि मिशन के लिए चुने गए चार अंतरिक्ष यात्रियों को 11 महीने तक प्रशिक्षण दिया जायेगा। मिशन के लिए चुने गए सभी चार अंतरिक्ष यात्री पुरुष हैं लेकिन उनकी पहचान उजागर नहीं की जा सकती है। रूस में 11 महीने के प्रशिक्षण के बाद अंतरिक्ष यात्री भारत में मॉड्यूल विशिष्ट प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इसमें उन्हें भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा डिजाइन किए गए चालक दल और सर्विस मॉड्यूल में प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्हें इसे संचालित करना, इसके चारों ओर काम करना और इसका अनुकरण करना सीखना होगा। इसरो के सूत्रों के अनुसार, भारत का सर्वाधिक वजनी प्रक्षेपण यान ‘बाहुबली’ जीएसएलवी मार्क-3 अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में ले जायेगा। गगनयान परियोजना के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल पहले ही 10,000 करोड़ रुपये मंजूर कर चुका है। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर घोषणा की थी कि गगनयान का प्रक्षेपण भारत के स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में होगा।
बुधवार, 15 जनवरी 2020
गगनयान के अंतरिक्ष यात्रियों का प्रशिक्षण जनवरी में रूस में होगा शुरू : जितेंद्र सिंह
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