जमशेदपुर में बढ़ते साइबर अपराध ने लोगों के साथ-साथ पुलिस की भी नींद उड़ा रखी है. इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पिछले कुछ महीनों में कई साइबर अपराध के मामला थाना में दर्ज हुए हैं, लेकिन इसके सरगना अब भी पुलिस के पहुंच से दूर हैं.
जमशेदपुर (प्रमोद कुमार झा) लौहनगरी में दिनों दिन बढ़ते जा रहे साइबर अपराध ने लोगों के साथ ही पुलिस की भी नींद उड़ा रखी है. शहर से संचालित अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का खुलासा होने के बाद भी पुलिस उसके मुख्य सरगना को पकड़ने में अबतक असफल है. जमशेदपुर में संचालित अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का खुलासा हुआ था. इसका मुख्य सरगना में मानगो निवासी महेश पोद्दार के साथ राहुल केशरी और योगेंद्र शर्मा का नाम सामने आया था. जो ऑनलाइन साइट बनाकर लोगों को ठगने का काम करते थे. पुलिसिया तफ्तीश के मुताबिक साइबर ठग राहुल केशरी और योगेश शर्मा एक ही मोबाईल से बात करते हैं और लोगों को ठगने का काम करते है, लेकिन पुलिस अबतक उनको पकड़ने में असफल रही है. साइबर अपराधी ठगी करने के लिए नए-नए तरीके इजाद करते जा रहे हैं. अपराधी फोन कर किसी बहाने से उनका पर्सनल डिटेलस पुछ लेते हैं और उनके बैंक खाता से पैसें उड़ा लेते हैं. इधर, इन साइबर ठगी मामले में राहुल और योगेश अभी भी फरार हैं. वहीं, महेश पोद्दार की महिला मित्र और ठगी के धंधे में हिस्सेदार दीक्षा सिंह का अब तक कुछ पता नहीं चला है. पुलिस सूचना के अनुसार राहुल केशरी का नेटवर्क भी नहीं मिल रहा है. गिरफ्तारसाइबर ठगी के इस गिरोह का खुलासा होने के बाद पुलिस ने छोटा गोविंदपुर से राहुल मिश्रा नामक युवक को गिरफ्तार किया है. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने महेश पोद्दार के घर से 13 लाख नगद, अलग-अलग बैंक के पासबुक, आधार, कार्ड पैन कार्ड दूसरे लोगों के पहचान के कागजात और एटीएम, मोबाइल फोन बरामद किया थे. राहुल की निशानदेही पर ही दूसरे दिन गिरोह के दो अन्य सदस्य राकेश महतो और धीरज शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.

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