यह अवॉर्ड देश के लिए मेहनत करने की प्रेरणा देगा : विवेक - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 13 फ़रवरी 2020

यह अवॉर्ड देश के लिए मेहनत करने की प्रेरणा देगा : विवेक

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भुवनेश्वर, 12 फरवरी, अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) का राइजिंग स्टार ऑफ द ईयर का अवॉर्ड जीतने वाले भारतीय पुरुष हॉकी टीम के युवा मिडफील्डर विवेक सागर प्रसाद ने यह पुरस्कार जीतने पर कहा कि इससे उन्हें देश के लिए और भी ज्यादा मेहनत करने की प्रेरणा मिलेगी। विवेक ने कहा,“देश के लिए खेलने से बड़ा कोई सम्मान नहीं है। जब मैं छोटा था तो मुझे बैडमिंटन और शतरंज में काफी दिलचस्पी थी लेकिन जैसे-जैसे मैं बड़ा हुआ मुझे हॉकी पसंद आने लगी और इसके लिए मैं अपने परिवार, कोच और दोस्तों को सिर्फ धन्यवाद नहीं दे सकता जो मेरे हर कदम पर मेरे साथ खड़े रहे।” उन्होंने कहा,“यह बहुत सुखद है और जिन्होंने मुझे वोट करके जिताया मैं उन्हें शुक्रिया कहना चाहता हूं। यह अवॉर्ड मिलना सम्मान की बात है और मैं मेहनत कर अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं जिससे देश का मान बढ़ सके।” 19 वर्षीय मिडफील्डर खिलाड़ी विवेक ने इस पुरस्कार की होड़ में अर्जेंटीना के मैको कैसेला और ऑस्ट्रेलिया के ब्लेक गोवर्स को पीछे छोड़ा। कैसेला दूसरे और गोवर्स तीसरे स्थान पर रहे। इस अवार्ड की वोटिंग में विवेक को कुल 34.5 फीसदी वोट, कैसेला को 22 फीसदी वोट और गोवर्स को 20.9 फीसदी वोट मिले। विवेक ने जनवरी 2018 में चार देशों के आमंत्रण टूर्नामेंट में कदम रखा था तब वह मात्र 17 साल की उम्र में भारत की राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले दूसरे सबसे युवा खिलाड़ी बने थे। उसके बाद से वह अब तक सीनियर टीम के लिए 60 मैचों में खेल चुके हैं। सुलतान अजलान शाह कप 2019 में भारत उपविजेता रहा था और विवेक ने टूर्नामेंट में दो गोल किये थे। भारत पिछले साल एफआईएच सीरीज फाइनल्स और ओलम्पिक क्वालीफायर्स में खेला था। सीरीज फाइनल्स में भारत पूल राउंड में सभी टीमों को हराते हुए फाइनल में पहुंचा जहां उसने दक्षिण अफ्रीका को 5-1 से हराया। विवेक ने फाइनल में एक गोल किया और उन्हें टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी चुना गया। विवेक ओलम्पिक क्वालीफायर में रूस को हराने वाली टीम का हिस्सा थे। विवेक ने कहा,“मेरे परिवार का सहयोग हमेशा मेरे साथ रहा और मेरे जीवन में इससे बड़ी बात नहीं हो सकती। जब मैंने अपने परिवार को बताया कि मुझे यह अवॉर्ड मिला है तो हमारे लिए बेहद भावनात्मक क्षण थे। मेरे परिवार ने मेरा करियर बनाने के लिए काफी त्याग किए हैं लेकिन जैसा कि कहते हैं सफलता कड़ी मेहनत, लगन और त्याग से ही मिलती है।” उन्होंने कहा,“मैं अपने सभी कोच को धन्यवाद देना चाहता हूं जो हमेशा मुझे बेहतर खेल के लिए प्रेरित करते हैं। उनका समर्थन और प्रेरित करना ही मुझे भारतीय टीम के लिए खेलने में मदद करता है और मैं चाहता हूं कि मैं टीम के लिए और भी मैडल और ट्राफी जीतूं।” विवेक ने कहा,“शुरुआत में जब नॉमिनेशन की घोषणा हुई तो मैं ट्रेनिंग के बाद कमरे में था और मनप्रीत भाई वह पहले इंसान थे जिन्होंने मुझे इसके बारे में बताया। पहले मुझे लगा कि वह मजाक कर रहे हैं लेकिन बाद में उन्होंने मुझे वेबसाइट पर यह खबर दिखायी और मैं काफी खुश हुआ।” मिडफील्डर विवेक हाल में विश्व की नंबर एक टीम और विश्व चैंपियन बेल्जियम के खिलाफ एफआईएच प्रो लीग मुकाबले में खेले थे। भारत ने पहला मैच जीता था जबकि दूसरे मैच में उसे पराजय का सामना करना पड़ा था। विवेक ने दूसरे मुकाबले में टीम के लिए पहला गोल किया था जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा। विवेक ने कहा,“मुझे लगता है कि मैं सिर्फ अपने बुनियादी खेल पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं। मेरे पास अवसर था कि मैं फॉरवर्ड पंक्ति में भी खेलूं। पहला गोल करने के बाद हमारे पास कई मौके आए लेकिन हम उसे भुना नहीं पाए। मुझे लगता है कि मैं इसलिए बेहतर कर पाया क्योंकि मैंने अपनी क्षमता के अनुरुप प्रदर्शन किया।” 

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