विश्व के लिए बहुत बड़ा खतरा है कोरोना वायरस: डब्ल्यूएचओ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 11 फ़रवरी 2020

विश्व के लिए बहुत बड़ा खतरा है कोरोना वायरस: डब्ल्यूएचओ

corona-dangerous-who
जिनेवा, 11 फरवरी, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) अध्यक्ष ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस विश्व के लिए एक बहुत बड़ा खतरा है।  डब्ल्यूएचओ अध्यक्ष टेडरोस अधनोम घेबरेसुस ने यहां कोरोना वायरस संकट के विषय पर आयोजित एक संगोष्ठी में उद्घाटन भाषण देते हुए अपने विचार रखे।  उन्होंने कहा, “चीन में इसके 99 प्रतिशत मामले पाए गए हैं इसलिए उस देश के लिए यह आपदा है लेकिन शेष विश्व के लिए भी यह बहुत बड़ा खतरा है।”  दो दिवसीय संगोष्ठी में वैज्ञानिक इस विषाणु के फैलने और इसका संभावित टीका विकसित करने पर विचार करेंगे।  टेडरोस ने कहा, “सबसे जरूरी यह है कि इस विषाणु को फैलने से रोका जाए और जिंदगियां बचाई जाएं। आपके सहयोग से हम यह मिलकर कर सकते हैं।”  पहली बार, चीन में 31 दिसंबर को सबसे पहले इस विषाणु की पहचान हुई थी। तब से इससे 1000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, 42,000 से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं और यह 25 देशों में फैल चुका है।  संगोष्ठी में भाग लेने वाले वैज्ञानिक इस विषाणु की उत्पत्ति पर भी विमर्श करेंगे।  माना जा रहा है कि विषाणु की उत्पत्ति चमगादड़ों में हुई होगी और यह मनुष्य में साँपों और पैंगोलिन जैसे जीवों के जरिये फैला होगा।  ऑस्ट्रेलिया, चीन, फ्रांस, जर्मनी और अमेरिका की कई कंपनियां और संस्थान कोरोना वायरस का टीका विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: