नयी दिल्ली, 27 फरवरी, उत्तर-पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर हुई साम्प्रदायिक हिंसा में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 38 हो गई है। जीटीबी अस्पताल में मरने वालों का आंकड़ा 34 पर पहुंच गया है। मृतक संख्या बुधवार रात तक 27 थी, जिनमें से 25 लोगों की मौत दिलशाद गार्डन स्थिति जीटीबी अस्पाल में हुई थी। जीटीबी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक सुनील कुमार ने कहा, ‘‘हमारे अस्पताल में 24 फरवरी से 215 से अधिक दंगा पीड़ित लाये गये और उनका इलाज किया गया। हालांकि इस समय केवल 51 रोगी भर्ती हैं। एक को छोड़कर बाकी सभी रोगियों की हालत स्थिर है।’’ जीटीबी अस्पताल में 24 फरवरी से 25 लोगों को मृत अवस्था में लाया गया और नौ की इलाज के दौरान मृत्यु हो गयी। लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल (एलएनजेपी) में बुधवार को एक व्यक्ति की मौत इलाज के दौरान हो गई थी और एक को वहां लाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘एलएनजेपी में एक और व्यक्ति की मौत हो गई। जग प्रवेश चंद्र अस्पताल में भी गुरुवार को एक व्यक्ति ने दम तोड़ दिया, जिससे कुल मृतक संख्या 38 तक पहुंच गई।’’ अस्पताल में मौजूद अधिकारियों ने बताया कि हिंसा के बाद उत्तर-पूर्वी दिल्ली के विभिन्न हिस्सों से एलएनजेपी में 50 से अधिक लोगों को लाया गया था। हिंसा में 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
गुरुवार, 27 फ़रवरी 2020
दिल्ली हिंसा में मृतक संख्या बढ़कर 38 हुई
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