विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 15 फ़रवरी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 15 फ़रवरी 2020

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 15 फ़रवरी

जीवन में कर्म करें, भाग्य के भरोसे न बैठें: अंकितकृष्ण तेनगुरिया
  • रविवार को कृष्ण-रुक्मणी का विवाह उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा

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विदिशा- ग्राम इमलिया(ढोलखेड़ी) में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं पर चर्चा हुई। गौवत्स पंडित अंकितकृष्ण तेनगुरिया ने भगवान की बाल लीलाओं के प्रसंग पर कथा कही । उन्होंने बाल रूप में ही कई राक्षसों का नाश कर दिया था। श्रीकृष्ण ने ब्रजवासियों की रक्षा के लिए राक्षसों का अंत किया तथा ब्रजवासियों को पुरानी चली रही सामाजिक कुरीतियों को मिटाने एवं निष्काम कर्म के जरिए अपना जीवन सफल बनाने का उपदेश दिया।  भगवान की कई लीलाओं का वर्णन करते हुए बटुकजी महाराज ने भगवान की गोवर्धन लीला के बारे में भी श्रोताओं को बताया, उन्होंने कहा कि गोवर्धन का अर्थ है गौ संवर्धन। कथावाचक ने गोवर्धन पर्वत की कथा सुनाते हुए कहा कि इंद्र के कुपित होने पर श्रीकृष्ण ने गोवर्धन उठा लिया था, इसमें ब्रजवासियों ने भी अपना-अपना सहयोग दिया। भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत मात्र इसीलिए उठाया था कि पृथ्वी पर फैली बुराइयों का अंत केवल प्रकृति एवं गौ संवर्धन से ही हो सकता है। उन्होंने कहा कि अगर हम बिना कर्म करे फल की प्राप्ति चाहेंगे तो वह कभी नहीं मिलेगा, कर्म तो हमें करना ही होगा। इसलिए कभी भी हमें भाग्य के भरोसे ही नहीं बैठना चाहिए, जीवन में कर्म करना उत्तम है और बिना फल की चाहत के कर्म करना अति उत्तम । अंकितकृष्ण तेनगुरिया ने कहा कि कन्हैया कि सभी लीलाएं हमें कुछ न कुछ सीख जरूर देती हैं, लेकिन भगवान की लीलाओं का कोई गलत अर्थ भी निकाल लेता है जो कि उचित नहीं है। बिना शास्त्र प्रमाण के कोई भी बात करना और उसका अपने हिसाब से अर्थ निकालना गलत है। शास्त्रों के बताए मार्ग पर चलकर हम अपना यही लोक और परलोक दोनों सुधार सकते हैं। भगवान कृष्ण की लीला के प्रसंग को सुनाते हुए बताया कि भगवान को जो भाव से थोड़ा देता है उसे भगवान संपूर्ण सुख प्रदान करते हैं। इस मौके पर आचार्य सतेंद्र शास्त्री,पंडित गणेशराम शर्मा, आचार्य आकाश दुबे के साथ ही बड़ी संख्या में आसपास के गांवों से आए श्रद्धालु मौजूद रहे। बटुकजी महाराज ने बताया कि कथा के छठवे दिन कृष्ण-रुक्मणी के विवाह प्रसंग पर कथा सुनाई जाएगी, इस अवसर पर भगवान द्वारिकाधीश और रुक्मणी की एक सुंदर झांकी सजाई जाएगी और धूमधाम के साथ उत्सव मनाया जाएगा। कथा के अंत में आरती सम्पन्न हुई जिसमें मुख्य यजमान ने आरती के साथ ही व्यास गादी की पूजा भी की। कथा का समापन 17 फरवरी को होगा, इस अवसर पर पूर्णाहूति के साथ ही महा प्रसादी का वितरण भी किया जाएगा।

अहिरवार समाज संघ के प्रांतीय अधिवेशन में शामिल हुए 
शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास-स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ चौधरी
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अहिरवार समाज संघ का प्रांतीय अधिवेशन शनिवार को विदिशा जिला मुख्यालय पर आयोजित किया गया था। प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री एवं अहिरवार समाज संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ प्रभुराम चौधरी ने स्वाजाति बंधुओं से आग्रह किया कि वे स्वंय शिक्षित हो और ऐसी ही प्रेरणा समाज के अन्य भाईयों को दें। मंत्री डॉ चौधरी ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा को बढावा देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने शिक्षा के उन्नयन हेतु किए गए नवाचारो को रेखांकित किया।मंत्री डॉ चौधरी ने स्वाजाति बंधुओं से अपील की कि समाज में फैली कुरीतियों को समूल नष्ट करें। सामाजिक उत्थान के लिए शिक्षित होकर संगठित हो। शिक्षा ही प्रगति के द्वार खोलती है अतः ऐसे बंधु जिनके बच्चे अब तक शिक्षा से वंचित है वे अनिवार्यतः इस ओर पहल करें और अपने बच्चों को भी स्कूल जरूर भेंजे। उन्होंने शासन की स्वरोजगारीमुखी योजनाओं का लाभ लेकर स्वंय का रोजगार संचालित करने का भी आग्रह किया। कार्यक्रम को विदिशा विधायक श्री शशांक भार्गव ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि अहिरवार समाज दिन प्रतिदिन प्रगतिरत हो रहा है। उन्होंने शिक्षा से हुई उन्नति की झलक इस समाज में दिखती है। राज्य सरकार के द्वार हर वर्ग के उत्थान हेतु योजनाएं संचालित की जा रही है अतः ऐसे बंधु जो अब तक मुख्य धारा से नही जुड़ पाए है से आग्रह करते हुए उन्होंने स्वरोजगारीमुखी योजनाओं का लाभ लेकर अपने जीवन में आर्थिक सबलता को प्राप्त करें।कार्यक्रम को अहिरवार समाज के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगदीश सूर्यवंशी के अलावा अन्य ने भी सम्बोधित किया। 

सम्मान
अहिरवार समाज संघ के प्रांतीय महाधिवेशन में समाज के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं का सम्मान अतिथियों द्वारा किया गया। खासकर गत वर्ष की बोर्ड परीक्षाओं में 80 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले छात्र सम्मानित किये गए है। सामाजिक उत्थान को बढ़ावा देने वाले तथा कुरीतियों को ध्वस्त करने वाले सजातीय बंधुओं को भी शील्ड एवं प्रशंस्ति पत्र प्रदाय कर सम्मानित किया गया है। जिसमें ग्यारसपुर के श्री महाराज सिंह सूर्यवंशी भी शामिल है। सम्राट गार्डन में सम्पन्न हुए अहिरवार समाज मध्यप्रदेश के प्रांतीय महाधिवेशन में अन्य राज्यों के अध्यक्षों ने भी सहभागिता निभाई। कार्यक्रम में श्री अमान सिंह नरवरिया, श्री अजय अहिरवार, श्री हनुमन्त सिंह बौद्व, भोपाल संभाग संगठन के श्री महाराज सिंह सूर्यवंशी के अलावा अन्य स्वाजाती बंधु तथा युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्री मणी भाई अहिरवार भी मौजूद रहें। 

प्रारंभिक शिक्षा से वंचित रहे 14 वर्षीय बच्चे बोर्ड परीक्षा में शामिल हो सकेंगे

मध्यप्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड के द्वारा जारी अधिसूचना का हवाला देते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिले के ऐसे बच्चे व्यक्ति जो प्रारंभिक शिक्षा पूर्ण नही कर पाए है और उनकी आयु 14 वर्ष से अधिक हो गई है। इस प्रकार के बच्चों, व्यक्ति कक्षा पांचवीं एवं आठवीं की बोर्ड परीक्षा जो अपै्रल माह में आयोजित होगी। उक्त बोर्ड परीक्षा में प्रायवेट (स्वध्यायी) परीक्षार्थियों के रूप में सम्मिलित हो सकते है। अतः इच्छुक परीक्षार्थी एमपी ऑन लाइन के माध्यम से ऑन लाइन आवेदन कर सकते है। 

खुशियों की दास्तां : पन्नी बीनने से मुक्त हुए लव, कुश, हरिओम  शिक्षा प्राप्ति की ओर बढे़

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जिले में पन्नी बीनने का कार्य करने वाले बच्चों को इस घृणित कार्य से मुक्त कराया गया है और उन्हें बकायदा शिक्षा रूपी दामन से जोड़ने की पहल शासन की योजना के तहत की गई है। विदिशा जिला मुख्यालय पर गतवर्ष गणतंत्र दिवस के पावन पर्व पर प्रभारी मंत्री श्री हर्ष यादव जी ने सूवात लाईन में संचालित एक परिसर एक शाला विदिशा में बालश्रम करने वाले बच्चों को आवासीय विद्यालय की तर्ज पर सुविधाओं का शुभांरभ किया था। विगत एक साल से रह रहें तीन भाई लव, कुश और हरिओम ने घृणित कार्य से मुक्ति ही नही पाई बल्कि शिक्षा प्राप्ति की लाइन पर आगे बढ़ रहे है।  छह वर्षीय कुश कक्षा दूसरी में, आठ वर्षीय लव कक्षा चौथी में तथा सबसे बड़ा भाई 12 वर्षीय हरिओम कक्षा पांचवी में अध्ययनरत है। तीनो भाईयों ने अपने जीवन में आए बदलाव को बताते हुए कहा कि जहां पहले हम खाली पैर पन्नी बीनने के लिए इधर-उधर भटकते रहते थे और कई बार दूसरो की डांट खाते रहते थे। किन्तु अब स्कूल में रहकर पढ़ाई ही नही कर रहे बल्कि अच्छे से रहने का संस्कार भी मिल रहा है अब हमें खाने, पढ़ने और रहने के लिए जहां स्कूल में ही पूरी व्यवस्था है वही आवश्यक पहने ओढ़ने के कपड़े भी मिल रहे है। तीनो बच्चों के माता पिता अपने बच्चो को पढ़ता देखकर अति प्रसन्नित हो रहे है। शासन की योजना ने ऐसे अनेक बच्चों के जीवन में सुधार लाने से वे राष्ट्र की प्रगति में सहायक बनेगे। 

शुद्व के लिए युद्व तहत जांच पड़ताल जारी

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कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह के द्वारा दिए गए निर्देशो के अनुपालन में आज विदिशा एसडीएम श्री प्रवीण प्रजापति और खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्रीमती एडलिन ई पन्ना ने शनिवार को विदिशा शहर के पेढ़ी चौराहे पर स्थित दशमेश डेयरी में पहुंचकर खाद्य पदार्थो की जांच पड़ताल की वही प्रथम दृष्टया में शंकाप्रद पाए जाने पर घी के सेम्पल परीक्षण हेतु संग्रहित किए गए है। 

माइक्रो फायनेंस कंपनियों एवं सूदखोर माफिया के खिलाफ कार्यवाही हेतु प्रकोष्ठों का गठन

कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने जिले में माइक्रो फायनेंस कंपनी के विरूद्व प्राप्त शिकायतों की तत्परता से जांच कर कार्यवाही करने एवं सूदखोर माफिया की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही तथा बैंको के विरूद्व प्राप्त शिकायतो पर कार्यवाही हेतु जिला एवं तहसील स्तर पर प्रकोष्ठ का गठन करने का आदेश जारी कर दिया गया है। कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में अनुविभागीय राजस्व अधिकारी को तहसील स्तरीय प्रकोष्ठ का नोडल अधिकारी, संबंधित अनुविभाग क्षेत्र के लिए तथा जिला स्तरीय प्रकोष्ठ का नोडल अधिकारी डिप्टी कलेक्टर श्री बिजेन्द्र यादव को नियुक्त किया है। तहसील एवं जिला स्तरीय प्रकोष्ठ के अधिकारी द्वारा पूर्व उल्लेखित में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन अपर जिला मजिस्ट्रेट को प्रस्तुत करेंगे। अनुविभाग स्तरीय एवं जिला स्तरीय प्रकोष्ठ के प्रभारी अपने-अपने कार्यालय में एक कर्मचारी को नामांकित करेंगे तथा प्रचार प्रसार कर शिकायते, आवेदन पत्र की जांच एवं प्रतिवेदन तत्परता से प्रेषित करेंगे। उक्त कार्य की समीक्षा आगामी टीएल बैठक में की जाएगी। 

अविवादित नामांतरण बंटवारा के प्रकरणों का निराकरण अभियान चलाकर 

कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने जिले के समस्त अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों के अलावा तहसीलदारों एवं नायब तहसीलदारों को पत्र प्रेषित कर निर्देश दिए है कि जिले में अविवादित नामांतरण, बंटवारा के प्रकरणों  का निराकरण अभियान चलाकर निराकरण किया जाए। राज्य शासन द्वारा अविवादित नामांतरण एवं बंटवारा के समस्त प्रकरणों को 31 मार्च तक शत प्रतिशत निराकरण करने के निर्देश दिए गए है। निराकरण उपरांत की गई कार्यवाही का आरसीएमएस पोर्टल पर दर्ज करने की भी कार्यवाही समय सीमा में क्रियान्वित की जाए। 

विशेष ग्राम सभा
जिले में आविवादित नामांतरण बंटवारा के प्रकरणों के निराकरण हेतु फरवरी माह की 17, 19, 20 को विशेष ग्रामसभा आयोजित करने के निर्देश कलेक्टर द्वारा जारी किए गए है। ग्रामसभाओं की तिथियों का व्यापक प्रचार प्रचार हर स्तर पर करने के निर्देश उनके द्वारा जारी किए गए है। प्रत्येक ग्रामसभा की कार्यवाही का विवरण लिखा जाए। ग्रामसभा में पटवारी अनिवार्य रूप से उपस्थित हो और अधिकतम आवेदन उक्त ग्रामसभा में प्राप्ति का कार्य किया जाए। 

आवेदन प्राप्त करना
कलेक्टर श्री सिंह के द्वारा सभी तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं पटवारियों को निर्देश दिए गए है कि नामांतरण का आवेदन पत्र विहित प्रारूप में एवं बंटवारा आवेदन अपने स्तर से तैयार कराकर उनके प्रारूप उपलब्ध कराएं। आवेदन पत्र प्राप्ति हेतु पटवारियों को अधिकृत किया गया है। पटवारी हल्के के ग्रामों में इनका प्रचार प्रसार कर लंबित आवेदनों को प्राप्त करेंगे। इस कार्य में  पटवारी, कोटवार, आंगनबाडी केन्द्र एवं ग्राम पंचायत का सहयोग प्राप्त किया जाएगा। प्राप्त आवेदन पटवारी अपने रजिस्टर में सूचीबद्व करेंगे तथा यथाशीघ्र तहसीलदार, नायब तहसीलदार को प्रस्तुत करेंगे। पटवारी आवेदन की पावती आवेदक को देंगे तथा पटवारी से प्राप्त होने वाले आवेदन की पावती प्रवाचक द्वारा पटवारी को दी जाएगी। तहसीलदार, नायब तहसीलदार प्रति दिन प्राप्त होने वाले आवेदनों को आरसीएमएस पोर्टल पर दर्ज करेंगे। 

आदेश पारित
प्रकरणों की सुनवाई एवं आदेश पारित करने की कार्यवाही 31 मार्च के पूर्व शत प्रतिशत कर अभिलेखों की दुरूस्ती कार्य हेतु पटवारी को भेजे जाएंगे। आदेश प्रति पटवारी को प्रदान करने की पावती प्रकरण में रखी जाएगी। 

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