पन्ना, 12 फरवरी, मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व की एक युवा बाघिन का विचरण क्षेत्र बढ़ने के कारण सुरक्षा के मद्देनजर उसे 'रेडियाे कॉलर' पहनाया गया। रेडियो कॉलर पहनाने के बाद अब बाघिन के विचरण पर 24 घंटे आसानी से नजर रखी जा सकेगी। पूर्ण ऐहतियात बरतते हुए बाघिन को कल रेडियो कॉलर पहनाया गया। पन्ना टाइगर रिजर्व की यह बाघिन लगभग साढ़े चार वर्ष की है और उसके साथ एक एक वर्ष के चार शावक भी विचरण कर रहे हैं। इन दिनों बाघिन मवेशियों का शिकार भी कर रही है और रिवर्ज के 542 वर्ग किलोमीटर में स्थित कोर क्षेत्र से बाहर विचरण कर रही है। इसलिए इसकी सुरक्षा के मद्देनजर बाघिन को रेडियो कॉलर पहनाया गया है। रिजर्व के उप संचालक जरांडे ईश्वर रामहरि ने बताया कि रेडियो कॉलर पहनाने से संबंधित वन्यजीव के विचरण और गतिविधियों पर 24 घंटे नजर आसानी से रखी जा सकती है। इसलिए यह कदम उठाया गया है। पन्ना टाइगर रिजर्व में एक दशक से अधिक समय पहले बाघ पूरी तरह समाप्त हो गए थे। तब बाघ पुनस्र्थापना योजना के तहत रिजर्व में बाघ बसाने की योजना पर अमल प्रारंभ हुआ और वर्तमान में लगभग 55 बाघ बाघिन इस रिजर्व में है। रिजर्व में 542 वर्ग किलोमीटर कोर क्षेत्र है और इसके बाद लगभग एक हजार वर्ग किलोमीटर का बफर क्षेत्र है।
बुधवार, 12 फ़रवरी 2020
युवा बाघिन को सुरक्षा के मद्देनजर पहनाया गया रेडियाे कॉलर
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