अरुण शाण्डिल्य (बेगूसराय) "समान काम,समान वेतनमान सेवाशर्त" के तहत नियोजित शिक्षकों की हड़ताल आज भी जारी है।सूबे के साढ़े तीन लाख से भी ज्यादा शिक्षकों की हड़ताल से सभी सरकारी विद्यालयों में ताला लटका पड़ा है।अब ये नियोजित शिक्षक अपने बुद्धि-विवेक का परिचय देते हुए इस आंदोलन (हड़ताल) का रुख ही मोड़ दिया है।सरकार के खिलाफ एकदम से अलग ही तरीकों से विरोध प्रदर्शन का रास्ता अपना लिए हैं।तरीका भी एकदम शांतिपूर्ण वातावरण को कायम रखते हुए नए तरिके से पटना में गांधी मूर्ति के नीचे विरोध पर बैठे नियोजित शिक्षकों ने अपना बाल मुंडवा कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया है।यही अपने सिर का बाल मुंडवाना शिक्षाविद् होने का परिचायक साबित होता है। राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले बैठे शिक्षकों ने कहा कि किसी भी कीमत पर हम हड़ताल से नहीं हटेंगे जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मान लेती है।आगे आपको बताते चलें कि शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने गुरुवार को सदन में ऐलान किया कि नियोजित शिक्षकों के वेतन में जल्द ही बढ़ोतरी किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि सरकार हैसियत के हिसाब से वेतन वृद्धि करेगी। इन्हीं शब्दों के साथ उन्होंने नियोजित शिक्षकों से हड़ताल वापस लेने की अपील की,साथ ही यह भी कहा कि नियोजित शिक्षकों के समान काम के बदले समान वेतन की मांग को सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही खारिज कर चुका है।
शनिवार, 7 मार्च 2020
बिहार : नियोजित शिक्षकों ने बाल मुंडवा कर किया विरोध का प्रदर्शन
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