दरभंगा (आर्यावर्त संवाददाता) : बिहार में लगातार कोरोना के प्रसार को रोकने की कोशिश हो रही है। लेकिन आज दरभंगा जिले में एक कोरोना संदिग्ध को देख ते ही सरकारी पीएचसी के डॉक्टर और नर्स वहां से भाग निकले। उक्त कोरोना संदिग्ध हाल ही में महाराष्ट्र के पुणे से दरभंगा लौटा। जहां एक तरफ केंद्र और राज्य सरकार एक—एक कोरोना संदिग्ध को ढूंढने और उनको आइसोलेट करने में जुटी है, वहीं सरकारी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की ऐसी लापरवाही बहुत भारी पड़ सकती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार दरभंगा जिले के मधुबनी नामक गांव स्थित पीएचसी परिसर में आज उस वक्त अफरा—तफरी फैल गई जब एक कोरोना संदिग्ध व्यक्ति वहां इलाज के लिए पहुंचा। उस व्यक्ति के हाथ पर पुणे के एक अस्पताल का कोरोना संदिग्ध वाला मुहर लगा हुआ था। इसे देखते ही सीएचसी के चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल छोड़कर भाग निकले। बताया जाता है कि उक्त युवक बरैल गांव का रहने वाला है और वह हाल ही में पुणे के एक आइसोलेशन वार्ड से भागकर यहां पहुंचा है। जानकारी के अनुसार उस युवक को पिछले दिनों उसके गांव के कुछ ग्रामीणों ने पीएचसी के एंबुलेंस में बिठा दिया जिससे वह पीएचसी पहुच गया।
शनिवार, 28 मार्च 2020
दरभंगा : मुहर लगे कोरोना संदिग्ध को देखते ही भागे डॉक्टर
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