आदिवासी लोग कन्यादान करे बेटी का मोल नही ले यह पाप हे - पण्डित कमलकिशोर नागरजी
पारा । समिपस्थ ग्राम झुमका मे चल रही सात दिवसीय पण्डित कमलकिशोर जी नागर कि श्रीमद भागवत कथा मे आज छटे दिन भगवान श्रीकृष्ण व रुकमणी के विवाह का प्रसंग सुनाया व समस्त आदिवासी समाज से बेटी का मोल नही लेने को कहा व बोला कि आप लोग कन्यादान करे। भागवत कथा के छटे दिन श्री नागर जी महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण व रुकमणी के विवाह का प्रसंग सुनाया व बताया कि पांच भाईयो कि बहन रुकमणी भगवान मे अपनी आस्था के कारण बहुत दुःखी थी। पांचो भाई उसको परेशान करते थै। जिसके चलते रुकमणी भगवान श्रीकृष्ण को चिटठी लिखी व कहा कि मुझे यहा से लेजाए। नारी हमेशा दुःख मे रहती हे। हर कथा नारी से शुरु होती हे व नारी पर ही खत्म होती हे। श्री नागर जी महाराज ने समस्त आदिवासी समाज से अपिल की वह लडकी का मोल लेना बंद करे व उसका कन्या दान करे। इस लिए अपनी लडकी को गुणवान को देवे । पेसे वालो को नहीदे। गुणवान आपकी लडकी को पाल लेगा संभाल लेगा वह कभी आपकी लडकी को दुःख नही देगा। लडकी दान करने कि चिज हे बेचने कि नही। इस अवसर पर उपस्थित जनसमुदाय कन्या का दहेज नही लेने का संकल्प भी दिलवाया। इस संसार मे कोई किसी के साथ नही हे। केवल हरि भजन ही आपके साथ है। इसलिए हरि का भजन करे। आपका शरीर भी पच महाभुत से बना हें । ये पंच महाभुत आपके भाई हे ओर आत्मा रुकमणी हे। यह शरीर तो मर सकता हे पर आत्मा नही वह अजर हे अमर हे। इस शुभ अवसर पर हजारो लोगो कि उपस्थिति मे कथा पाण्डाल मे दो शुभ विवाह भी समपन्न करवाये गये। जिसमे एक लडका श्यामपुरा का व लडकी बलोला कि वही दुसरा विवाह मे लडका भावटा भाभरा का व लडकी कोयलाबयडा बोरी का समपन्न हुआ वर वधु को श्री नागरजी महाराज ने आर्शिवाद दिया।
पद्म श्री महेष शर्मा ने हलमा आयोजन में मुस्लिम युवाओं के योगदान पर किया सम्मान, मुस्लिम समाज ने महेष शर्मा का स्वागत कर उन्हें मामा बालेष्वर दयाल की दी संज्ञा
झाबुआ। षिवगंगा द्वारा प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी शहर से सटी हाथीपावा पहाड़ियों पर षिवजी का हलमा कार्यक्रम का विषाल आयोजन किया गया था। जिसमें दूर-सुदूर क्षेत्रों के हजारांे ग्रामीणों, सामाजिक कार्यकर्ताओ, जिला एवं पुलिस प्रषासन के अधिकारी-कर्मचारियों के साथ विषेष रूप से मुस्लिम समाज के युवाओं ने भी निःस्वार्थ भाव से आयोजन में सहभागिता की थी। इस पंरंपरा को बरकरार रखने हेतु उक्त विषाल कार्यक्रम में प्रदेष, देष के हर वर्ग, समाज, संप्रदाय की सहभागिता हो और शहरी क्षेत्र के सर्वहारा वर्ग के युवाओं में उत्सावर्धन के उद्देष्य स्वरूप 18 मार्च, बुधवार को षिवगंगा प्रमुख पद्मश्री महेष शर्मा सहयोगी जितेन्द्र पटेल के साथ शहर के वार्ड क्र. 4 रोहीदास मार्ग में अंजुमन कान्वेन्ट परिसर में पहुंचे। इस अवसर पर मुस्लिम युवाओं जिन्होंने हलमा कार्यक्रम के तहत हाथीपावा पर जल बचाने के उद्देष्य से कंटूर निर्माण में भरपूर सहयोग प्रदान किया, उनका सम्मान किया। बाद समस्त मुस्लिम युवाओं ने भी मिलकर पद्म श्री महेष का इस्तकबाल करते हुए उनका आत्मीय अभिनंदन किया। उन्हें मुस्लिम समाज की ओर से उनके क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यो ंको देखते हुए मामा बालेष्वर दयालजी की संज्ञा दी गई।
प्रतिवर्ष आयोजन में सहभागिता का लिया संकल्प
बाद सभी मुस्लिम युवाआंें ने मिलकर प्रतिवर्ष षिवगंगा द्वारा किए जाने वाले हमला कार्यक्रम में भाग लेने हेतु संकल्प लिया। इस अवसर पर विषेष रूप कांग्रेस के संभागीय प्रवक्ता एवं पार्षद साबिर फिटवेल, अंजुमन कान्वेन्ट स्कूल के प्राचार्य खलील शेख, मुस्लिम महासभा के अध्यक्ष समद खान, हनीफ लोधी, मो. ईषा शेख, सद्दाम अनवर, फारूख शेख, शहीब, सोनू, असलम, अहमद, भुरू, आसिफ खान, गोलू, सलमान, इदरीष,, अकरम बागवान, अब्दुल रहीम सैयद, नईमुद्दीन आदि उपस्थित थे।
कोरोना वायरस से रोकथाम हेतु अंर्तराष्ट्रीय मानव अधिकार काउंसिल की अनूठी पहल, ग्रामीण क्षेत्रों में रथ के माध्यम से जागरूकता फैलाई जाएगी
झाबुआ। कोरोना वायरस जैसी बिमारी के प्रकोप के कारण आज संपूर्ण देष सहित दुनिया चिंतित है। यह वायरस तेजी से फैलने से अब तक दुनियाभर में हजारों लोग काल के गाल में समां चुके है और हजारों लोग अभी भी इससे पीड़ित है। आदिवासी बाहुल झाबुआ जिले में यह वायरस ना फैले एवं इससे रोकथाम हो सके, इस हेतु अंर्तराष्ट्रीय मानव अधिकार कांउसिल की जिला इकाई की महत्वपूर्ण बैठक संस्था के कार्यालय पर संपन्न हुई। जिसमें निर्णय लिया गया कि जिले के शहरी एवं नगरीय क्षेत्र के लोग तो कोरोना वायरस से बचाव एवं रोकथाम हेतु आवष्यक प्रयास कर रहे है, लेकिन विषेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां षिक्षा एवं जागरूकता का अभाव रहता है। ग्रामीण क्षेत्रों के रहवासियों द्वारा इस बिमारी से बचाव के लिए क्या-क्या सावधानियां बरती जाए एवं इसके लक्षण, उपाय आदि की जानकारी के लिए एक जागरूकता रथ को 19 मार्च को दोपहर 11.30 बजे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा।
यह रहेंगे अतिथि
इस अवसर पर अतिथि के रूप में स्वाथ्य विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी कोमल राठौर, जिला टीबी फोरम के अध्यक्ष डाॅ. एलएस राठौर, जिला दहेज सलाहाकर बोर्ड (डीपीए) के अध्यक्ष यषवंत भंडारी, रोटरी मंडल 3040 के डिस्ट्रीक्ट सचिव एवं युवा अधिवक्ता उमंग सक्सेना और आईएचआरसी के प्रांत कार्यकारिणी सदस्य रामप्रसाद वर्मा उपस्थित रहेंगे।
गांव-गांव करेगा प्रचार-प्रसार
उक्त कार्यक्रम के आयोजक काउंसिल के जिलाध्यक्ष अरूण डामोर ने बताया कि यह रथ जिले के 6 विकासखंडों में चिन्हीत किए गए गांवों में प्रतिदिन भ्रमण कर इस दौरान ग्रामवासियांे को स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से प्रदत्त कोरोना वायरस की प्रचार सामग्रीयों में पेंपलेट्स, बेनर आदि के माध्यम से जागरूक करने का कार्य करेगा। एलाउंस के माध्यम से कोरोना वायरस के लक्षण एवं बचाव संबंधी आवष्यक जानकारी दी जाएगी। इस दौरान यदि कोरोना वायरस सक्रंमित या उसके लक्षण संबंधी रोगी पाए जाते है, तो उन्हंे जिला टीबी फोरम के सहयोग से माॅस्क भी पहनने हेतु प्रदान किए जाएंगेे।
इनका रहेगा सराहनीय सहयोग
उक्त रथ यात्रा में पूर्ण सहयोग अंर्तराष्ट्रीय मानव अधिकार काउंसिल के जिला सचिव दौलत गोलानी, जिला कोषाध्यक्ष रवि बारिया, जिला कार्यवाहक अध्यक्ष कमता मेड़ा, जिला कार्यकारिणी सदस्य ओमप्रकाष मेड़ा, महिला इकाई की अध्यक्ष श्रीमती मंजु वर्मा, मप्र वालेंट्री हेल्थ एसोसिएषन से साकिर खान, रोहित वर्मा, जितेन्द्र वर्मा आदि द्वारा प्रदान किया जाएगा।
शराब और शराब माफियाओं की शह पर झाबुआ पुलिस का रवलिया आदिवासी लोगों के विरुद्ध, जयस संगठन इसे बर्दाश्त नहीं करेगा
झाबुआ। जयस के प्रदेश प्रवक्ता अनिल कटारा ने एक प्रेस नोट जारी कर कहा कि शराब माफियाओं की शह पर झाबुआ पुलिस का रवैया हम आदिवासियों के विरुद्ध बनता जा रहा है इसे हम आदिवासी युवा शक्ति संगठन के लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे। ताजा घटनाक्रम में 17 मार्च को सारंगी पुलिस चैकी इलाके में आदिवासी नौजवान की शराब माफियाओं द्वारा गाड़ी के बोनट पर सिर पटक-पटक कर हत्या को झाबुआ पुलिस हादसा बताने की जद्दोजहद में लगी हुई है। पुलिस के इस कार्रवाई का विरोध करने पर लगभग 40 आदिवासियों के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कर उन्हें सलाखों के पीछे धकेलने का काम किया है। जिसका जय संगठन घोर विरोध करता है। झाबुआ पुलिस की ऐसी कार्यप्रणाली की वजह से जय संगठन जल्द ही पुलिस के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ेगा।
बिमारियों से बचने के लिए निःशुल्क मच्छरदानियों का किया जा रहा वितरण
झाबुआ। जिले की पेटलावद तहसील के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र झकनावदा में वर्ष 2017 से प्रतिवर्ष शासन की योजना अंतर्गत नि‘ःशुल्क मच्छरदानी वितरित योजना अंतर्गत ब् लॉक मेडिकल ऑफिसर डाॅ.. एमएल चोपड़ा के नेतृत्व मे ंपेटलावद ब्लॉक के कई सेक्टरों में निःशुल्क मच्छरदानी वितरण कार्य चल रहा है। इसी क्रम में झकनावदा आंगनवाड़ी केंद्र पर भी श्रीमती सविता पटेल (एएनएम), मंजू सोलंकी (आशा सहयोगी), आशा निनामा (आशा कार्यकर्ता), मलेरिया अधिकारी कालूसिंह भूरिया, ठा. जगपालसिंह राठौर द्वारा ग्रामीणों को राशन कार्ड एवं समग्र आईडी के आधार पर नि‘शुल्क मच्छरदानी वितरित की गई। इस दौरान श्रीमती सविता पटेल ने ग्रामीणों को समझाया कि मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी घातक बीमारियों से बचने के लिए आप रात्रि में मच्छरदानी लगाकर सोए। ग्रामीणजनों द्वारा राशन कार्ड, समग्र आईडी के माध्यम से कतारबद्ध खड़े होकर मच्छरदानियां ली जा रहीं है।
अणु स्मृति दिवस पर अखिल भारतीय चंदना श्राविका मण्ड़ल के सेवा कार्य
थांदला। जिन शासन गौरव जैनाचार्य पूज्य श्रीउमेशमुनिजी ष्अणुष् की आठवीं पुण्य स्मृति पर सकल जैन संघ में ज्ञान दर्शन चरित्र तप की आराधना के साथ समाज सेवा के कार्य किये जा रहे है। प्रवर्तक देव पूज्य श्रीजिनेन्द्रमुनिजी के आज्ञानुवर्ती तत्वज्ञ पूज्य श्रीधर्मेंद्रमुनिजी एवं साध्वीरत्ना पूज्या श्रीनिखिलशीलाजी आदि ठाणा - 9 के शुभ सानिध्य में आचार्यश्री के जीवनामृत संग आगमवाणी के द्वारा अनेक श्रावक - श्राविका आराधनारत है। श्रीसंघ में लगभग 30 तेले व 50 एकासन की तपस्या हो रही है। धर्मधारा परिवार द्वारा आँखों सम्बन्धी विविध बीमारियों के उपचार के लिए 17 -18 - 19 तीन दिवसीय विशाल नेत्र शिविर का आयोजन किया गया है। वहीं धर्मलता महिला मण्डल व अखिल भारतीय चन्दना श्राविका मण्डल द्वारा ज्ञानाराधना के अंतर्गत आचार्य श्री के साहित्य पर ओपन बुक प्रतियोगिता, दर्शन व चारित्र आराधना में अणु का विराट व्यक्तित्व का प्रतिदिन वाचन, अणु स्तवन प्रतियोगिता, प्रश्न मंच, नवकार महामन्त्र अणु आकार जाप का आयोजन किया जा रहा है। तप आराधना में सभी तपस्वियों के पारणें 20 मार्च को करवाये जाएंगे। वही आयोजन में भाग लेने वाली महिलाओं को प्रभावना भी दी गई।
महिला मण्डल के सराहनीय सेवा कार्य संघ ने कहा धन्यवाद
अखिल भारतीय चन्दना श्राविका मण्डल डूंगर प्रांत अध्यक्ष श्रीमती इन्दु कुवाड़, श्रीमती सुधा शाहजी, श्रीमती किरण पावेचा, श्रीमती स्वीटी जैन, श्रीमती संध्या भंसाली, श्रीमती हेमा मेहता, श्रीमती सीमा चैघड़िया, श्रीमती चंदा भंसाली, श्रीमती मनीषा, चोपड़ा, श्रीमती सानिया तलेरा, श्रीमती विभा जैन, श्रीमती माधुरी छाजेड़, श्रीमती रश्मि घोड़ावत, महिला मण्डल अध्यक्षा श्रीमती शकुंतला कांकरिया, श्रीमती स्नेहलता व्होरा, श्रीमती शांता तलेरा, श्रीमती कमलाबाई सेठिया, श्रीमती पुष्पा घोड़ावत, श्रीमती रसवंती नाहर आदि ने मिलकर धर्माराधना करते हुए समाज सेवा करते हुए स्थानीय शासकीय सिविल अस्पताल, सन्त तेरेसा चिकित्सालय, महर्षि दयानंद सेवाश्रम के साथ झाबुआ रंगपुरा आश्रम, मदर टेरेसा आश्रम पर जाकर भोजन के पैकेट वितरित किये। उनके गुरु भक्ति व स्मृति पर आराधना के साथ सेवा कार्य पर श्रीसंघ अध्यक्ष जितेंद्र घोड़ावत, पूर्वाध्यक्ष महेश व्होरा, नगीनलाल शाहजी, भरत भन्साली, रमेशचन्द्र चैधरी, पूनमचंद गादिया, कनकमल घोड़ावत, राजेन्द्र व्होरा, रमेशचन्द्र श्रीमाल, प्रकाशचन्द्र शाहजी, दिलीप शाहजी, संघ मंत्री प्रदीप गादिया, संघ प्रवक्ता पवन नाहर, ललित कांकरिया, कमलेश लोढ़ा, मंगलेश श्रीमाल, हितेश शाहजी ललित जैन नवयुवक मंडल अध्यक्ष कपिल पिचा, जितेंद्र घोड़ावत, समकित तलेरा, प्रवीण पालरेचा आदि ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया है।
उमेश मुनिजी मसा की आठवीं वार्षिक पुण्यतिथि पर सामूहिक आयंबिल-नीवी तप का आयोजन 19 मार्च को
झाबुआ। महासती पूज्या श्री पुण्य शीला श्रीजी मसा आदि ठाणा-13 के सानिध्य में आचार्य भगवंत श्री उमेष मुनिजी मसा की आठवीं वार्षिक पुण्यतिथि पर 19 मार्च, गुरूवार को सामूहिक आयबिल-नीवी तप का आयोजन सुबह 9.10 से 10.30 बजे तक स्थानीय महावीर भवन रूनवाल बाजार में रखा गया है। इसके साथ ही सामूहिक आयंबिल-निवी का आयोजन दोपहर 11.30 बजे से स्थानीय श्री ऋषभदेव बावन जिनालय के आयंबिल खाता भवन में भी होगा। जिसमें सामूहिक नीवी के लाभार्थी संजय इंदरमल जैन परिवार रहेंगे। तपस्वी अपने नाम संजय मुणत, संजय मेहता एवं पंकज कोठारी को लिखवा सकते है। सभी से आयंबिल-निवी तप में पधारने की अपील की है।
साध्वी सुरक्षा श्रीजी आदि ठाणा का हुआ विहार
श्वेतांबर जेन श्री संघ अध्यक्ष संजय मेहता ने बताया कि परम् पूज्य आचार्य भगवंत श्री सागरानंदजी मसा की समुदायवर्तिनी साध्वी सुरक्षा श्रीजी मसा आदि ठाणा-3 का 18 मार्च, बुधवार को शाम 4 बजे श्री ऋषभदेव बावन जिनालय से 8 किमी विहार कर ग्राम सेमिलया बड़ा स्कूल में आगमन हुआ। यहां से 19 मार्च, गुरूवार को प्रातः 8.30 बजे सेमलिया से 12 किमी विहार करते हुए 8.30 बजे पारा पधारेंगे। श्री संघ अध्यक्ष संजय मेहता ने श्री संघ के सभी महानुभावों से अधिक से अधिक संख्या में पधारकर विहार लाभ लेने हेतु अपील की है।
बड़े रहमो करम से मिलती है जिंदगी .... -ः वरिष्ठ साहित्यकार डाॅ. केके त्रिवेदी
- वरिष्ठ साहित्यकार यषवंत भंडारी ‘यष’ के चतुर्थ काव्य ‘‘जिंदगी की समीक्षा कार्यक्रम हुआ
- अलग-अलग साहित्यकारों एवं कवियांे ने काव्य संग्रह की विस्तृत समीक्षा कर इसकी हर रचना को बताया सामायिक
झाबुआ। जिला आजाद साहित्य परिषद् के तत्वावधान में स्थानीय सिद्धेष्वर काॅलोनी स्थित रोटरी सदन में 17 मार्च, मंगलवार शाम 6.30 बजे से वरिष्ठ साहित्यकार यषवंत भंडारी ‘यष’ के चतुर्थ काव्य संग्रह ‘‘जिंदगी’’ का समीक्षा कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें उपस्थित जिलेभर के साहित्यकारों एवं कवियों ने श्री भंडारी के काव्य ‘‘जिदंगी’’ को साहित्य जगत की अनुपम कृति बताते हुए इसमें जीवन के हर क्षण एव पहलुओं का मुक्त छंद में सुंदर वर्णन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों में जिला आजाद साहित्य परिषद् के अध्यक्ष डाॅ. केके त्रिवेदी, सेवानिवृत्त प्राचार्य अरविन्द व्यास, वरिष्ठ साहित्यकार यषवंत भंडारी, केंद्रीय विद्यालय गैल के प्राचार्य जेपी व्होरे, रोटरी क्लब ‘मेन’ अध्यक्ष हिमांषु त्रिवेदी एवं दाहौद (गुजरात) से पधारे दीपेन्द्रसिंह सिसोदिया आदिने देष के वीर सपूत अमर शहीद चन्द्रषेखर आजाद के चित्र पर माल्र्यापण कर किया। पश्चात् काव्य संग्रह के समीक्षा के दौर में आगाज व्याख्याता महेन्द्रकुमार खुराना ने करते हुए ‘‘ वक्त की कैद में है जिदगी .... चंद खड़िया है जिदंगी’’ पर सुंदर गायन प्रस्तुत किया। दाहौद से विषेष रूप से काव्य पाठ हेतु आमंत्रित कवि मौलिक क्षोत्रिय ने ‘अक्षर; की वजनदार गजल प्रस्तुत की। प्रवीण सोनी ने हाल ही देष-दुनिया में तेजी से फेल रहे कोरोना वायरस पर कविता प्रस्तुत करते हुए तीखा तंज कसा। प्रदीप अरोरा ने ‘‘जिंदगी’’ काव्य संग्रह की अपने सुंदर लफजो में समीक्षा की। वन विभाग से उपस्थित रत्नदीप खरे ने ‘‘ मै अपनी गीत गजल में हिस्दूस्तान रखता हूॅ, सुंदर गीत प्रस्तुत किया। व्याख्याता लोकेन्द्रंिसंह चैहान ने ‘‘सवाल उसकी कोक की कोखता को पूछता’’ सुंदर रचना प्रस्तुत की।
श्री भंडारी ने शहर एवं समाज को अनुपम कृति भेंट की
केंद्रीय विद्यालय गैल के प्राचार्य जेपी वोहरे ने कहा कि यषवंत भंडारी ‘यष’ ने जिदंगी काव्य संग्रह में विभिन्न आयामों और क्षेत्रों को संक्षिप्त में पूरी तरह से कवर किया है। साथ ही जिंदगी के नैर्सिंगक गुणों का बखान किया है। उन्हांेने शहर एवं समाज को एक अनुपम कृति भेंट की है। पं. गणेष प्रसाद उपाध्याय ने सुंदर कविता ‘‘किसी के लिए कमाल है जिंदगी, तो किसी के लिए भूचाल है जिंदगी’’ प्रस्तुत कर कहा कि श्री भंडारी ने अपने काव्य संग्रह में 156 पेजों में जिंदगी का पूरा वर्णन किया है। पीडी रायपुरिया ने सावधान हो जाओं .... अभी से घर खाली हर रहा सभी से ...रचना के माध्यम से चित्रण किया। शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय की प्राध्यापक मंगला गरवाल ने जिदंगी के एक पल ‘‘प्यार में ही उलझ जाएंगे, प्यारका सख्स भी निकला नादान’ सुंदर चार पंक्तियां प्रस्तुत की।
जिदंगी सकारात्मक और नकारात्मक दोनो पहलूओं को छूती है
जयेन्द्र बैरागी ने अपनी जिंदगी पर आधारित कविता प्रस्तुत कर सभी को जमकर दाद बटोरी। उन्होंने ‘‘जिदंगी एक कविता है, मुष्किल है रांग, गुनगुनाते रहिए ... दो लाईन प्रस्तुत की। गायत्री परिवार के युग प्रवक्ता विनोदकुमार जायसवाल ने ‘‘गायत्री महामंत्र’’ का सभी को जाप कर पुस्तक की समीक्षा करते हुए इसके सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनो पहूलओं को प्रस्तुत किया। वरिष्ठ साहित्यकार एमएल फुलपगारे ने कहा कि जहां संत ओर साहित्यकार होते है, वहां का वातावरण काफी शुद्ध और पवित्र होता है। साथ ही जिंदगी में आनंद, उल्लास और उमंग सभी है ....., जिदंगी कर्म, धर्म, व्यवहार और सक्रियता का नाम है। रमेष बैरागी ने नगद और उधार है जिदंगी ..... रचना प्रस्तुत की।
श्री भंडारी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर डाला प्रकाष
दीपेन्द्रंिसह सिसौदिया (दाहौद) ने युगो-युगों से जिसे खोज रहा मानव, वो एक सवाल है जिंदगी, सर्कस केें हर शो में .... एक जोकर है जिदंगी .... के माध्यम से जिंदगी काव्य संग्रह की बखूबी समीक्षा कर पुस्तक को साहित्य की एक बेमिसाल धरोहर बताया। सुषीलकुमार जायसवाल ने श्री भंडारी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाष डालते हुए कहा कि श्री भंडारी युवा अवस्था से ही सामाजिक, धार्मिक, राजनैतिक के साथ अब साहित्यिक क्षेत्र में उनकी सहभागिता होने से उनमें हर गुण विद्यमान है।
आज जाने की जिद ना करो ....
सेवानिवृत्त प्राचार्य अरविन्द व्यास ने कहा ‘‘कभी हास तो कभी मिठास है जिदंगी ... गजल सुनाने के साथ आज जाने की जिद ना करे .... गजल प्रस्तुत कर उपस्थित सभीजनों को जमकर तालियां बटोरी। डाॅ. केके त्रिवेदी ने अंत में ‘‘जिंदगी’’ काव्य का निचोड़ करते हुए कहा कि इसमें वरिष्ठ साहित्यकार श्री भंडारी ने जीवन के हर पहलूओं को अच्छी तरह से रचनाओं और छंदों के माध्यम से छूने का प्रयास किया है। श्री भंडारी ने अपने नाम अनुसार ही जिंदगी में पूरा भंडार भर दिया। डाॅ. त्रिवेदी ने आगे बताया कि इस काव्य संग्रह का शब्द भंडार समृद्धि है और वाक्यांषों में लयबद्ध, गीत, संगीत आदि का समावेष है। यह काव्य संग्रह सुधि पाठकों को काव्य मकरंद का पान पूरी तन्मयता और आनंद से भरेंगे। श्री भंडारी की यह कृति जीवन का फलसफा समझाकर जिदंगी का मकसद समझाने में कामयाब भी हो जाएगी, यह मेरी मंगल कामना है।
मैने अपनी अंतरमन की संवेदनाआंे को किया प्रस्तुत
अंत में साहित्यकार यषवंत भंडारी ‘यष’ ने कहा कि उन्हें सामाजिक, धार्मिक के साथ साहित्य के क्षेत्र में लिखने की प्रेरणा अपने घर एवं परिवार के सदस्यों से ही मिली। उन्होंने अपनी हर काव्य संग्रह में अंतर मन की संवेदनाओं को प्रस्तुत करने का प्रयास किया है। चतुर्थ काव्य संग्रह जिंदगी भी मनुष्य के जन्म से लेकर वृद्धावस्था तक के पल के दुख और खुषी के पलों को शब्दों के माध्यम से एक सूत्र में पिरोने का प्रयास करती है। आपने आगे कहा कि पूरे जीवन की यथार्थ केवल अर्जन मे ंही है। सृजन एवं विर्सजन मनुष्य की अनिवार्य नियति है। कार्यक्रम का संचालन जिला आजाद साहित्य परिषद् के सचिव शरत शास्त्री ने किया। इस अवसर पर रोटरी क्लब ‘मेन’ अध्यक्ष हिमांषु त्रिवेदी, रोटरेक्ट क्लब सचिव दौलत गोलानी, नाथुलाल पाटीदार आदि भी उपस्थित थे। अंत में आभार बापूसिंह कटारा ने माना।
नोवल कोरोना वायरस की जाॅच के लिये आवष्यक दिषा निर्देष
झाबुआ । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने अवगत कराया कि ऐसा व्यक्ति जिसने चायना हाॅग- काॅंग, कोरिया, जापान, इटली, थाईलेण्ड, सिंगापुर, ईरान, मलेसिया, फ्रास, स्पेन जर्मनी, संयुक्त अरब अमीरात, कतार, ओमान, कुवैत कोरोना प्रभावित देष की 14 दिवस के अन्दर यात्रा की हांे या उन देषो से प्रांजिट किया हो एवं सर्दी, खांसी, बुखार, सांस लेने में दिक्कत इत्यादि लक्षण हो तोे बवअपक-19 कंफर्म केस (लैब पाॅजीटिव ) के संपर्क में आया हो एवं सर्दी, खासी, बुखार, सांस लेने में दिक्कत इत्यादि लक्षण। नोवल कोरोना वायरस (बवअपक-19) की भर्ती, क्यूरंटाइन, आईसोलेषन के लिये दिषा निर्देष जारी किये गये है। आईसोलेषन- ऐसा व्यक्ति जिसने कोरोना प्रभावित देष की यात्रा कि हो (14 दिवस के अन्दर) एवं सर्दी, , खांसी, बुखार, सांस लेने में दिक्कत इत्यादि लक्षण हो। क्यूरंटाइन - ऐसा व्यक्ति जिसने कोरोना प्रभावित देष् की यात्रा कि (14 दिवस के अन्दर) हो एवं कोई लक्षण नहीं है। एवं 60 वर्ष के उपर का हो (एसिम्टोमेटिक्स) (14 दिवस) होम क्यूरंटाइन। क्यूरंटाइन -ऐसा व्यक्ति जो कोरोना प्रभावित देष की यात्रा कि हो- ब्लड पे्रषर, डाईबिटिक, अस्थमा का मरीज हो (14 दिवस) क्यूरंटाइन। जिला चिकित्सालय (विकटोरिया) में नोवल कोराना वायरस (बवअपक-19) से संबंधित जानकारी के लिये एमओ का हेल्प लाईन नम्बर 8827744338 को बनाया गया है। उपर दी गई जानकारी से संबंधित किसी भी प्रकार में यदि कोई षंका हो तो आम जनता उक्त काल सेन्टर से सम्पर्क स्थापित कर सके हेै। उपर दी गई गाइड लाइन समय समय पर भारत षासन के द्वारा अपडेट की जा रही है। कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा घटाने के लिये ये सरल उपाय अपनाये। नियमित रूप से साबुन और पानी से हाथ धोये, खांसते या छींकते समय नांक और मुहॅ टिषु का कोहनी से ढंके, जिस व्यक्ति में खाॅसी, जुकाम या बुखार के लक्षण हो उससे दूरी बनाएं, अगर खाॅसी, बुखार या सॅस लेने में परेषानी हो तो तुरंत डाॅक्टर से संपर्क करे। सुरक्षित रहे कोरोना वायरस से बचे रहे। यदि आप पिछले 15 जनवरी के बाद के बाद बुहान-चीन से लौटे है तो अपने आप को 2019 के लिए टेस्ट जरूर करवाऐ। टेस्ट करवाने के स्थान की जानकारी के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के हेल्प लाइन पर काॅल करे। यदि आप पिछले 15 दिनों में चीन से लौटे है, या कोरोना वायरस से संक्रमति किसी व्यक्ति के सम्पर्क में आए है, तो अगले 14 दिनांे के लिए सबके साथ सम्पर्क सीमित करे। और अलग कमरे में सोये। चीन से लौटने के बाद 28 दिन के भीतर, अगर आपकों बुखार, खाॅसी या साॅस लेने में तकलीफे जैसे कोई भी समस्या हो, तो तुरंत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के हेल्प लाइन नंबर पर काल करे। ं
प्रेक्षक श्री रावल जिले के भ्रमण पर रहेगे
झाबुआ। नगरीय निकाय तथा पंचायत निर्वाचन के लिये फोटोयुक्त मतदाता सूची के वार्षिक पुनरीक्षण वर्ष 2020 की कार्यवाही पर्यवेक्षण के लिये नियुक्त प्रेक्षक श्री अरूण कुमार रावल जिले में 20 मार्च तक भ्रमण पर रहेगे। आम नागरिक अपनी समस्याओं के संबंध में प्रेक्षक को उनके मोबाईल नम्बर 9754046150 पर अवगत करा सकते हेै । वे स्थानीय सर्किट हाउस झाबुआ में सम्पर्क कर सकते है।
प्र्रेक्षक श्री रावल द्वारा रामा ब्लाक का भ्रमण
झाबुआ। प्रेक्षक श्री अरूण कुमार रावल ने मगलवार को रामा में स्थित एआरओ तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कार्यालय का अवलोकन कर अधिकारियो से चर्चा की। उन्होने इसके प्ष्चात नगरपालिाक कार्यालय राणापुर में मुख्य नगरपालिका अधिकारी तथा एआरओ एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कार्यालय का अवलोकन किया ओर आवष्यक जानकारी प्राप्त की। श्री रावल ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व झाबुआ, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, मुख्य नगरपालिका अधिकारी तथा ए आर ओ के कार्यालय का जायजा लिया ओर परिसीमन, आरक्षण की तिथियां एवं अन्य आवष्यक जानकारिया प्राप्त की।
आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत आयोजित षिविर स्थगित
झाबुआ । कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा ने आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत 19 मार्च को जनपद पंचायत रामा कलस्टर पारा में एवं जनपद पंचायत झाबुआ कलस्टर ढेकल बडी में 26 मार्च को आयोजित होने वाले षिविर परिहार्य कारणो से स्थगित कर दिये ंहै।
किसानों के लिए अत्यंत उपयोगी है - मुख्यमंत्री सोलर पम्प योजना
झाबुआ,। सरकार ने प्रदेश के 2 लाख किसानों को सिंचाई के लिए सोलर पम्प स्थापना की योजना स्वीकृत की है। मुख्यमंत्री सोलर पम्प योजना ऐसे क्षेत्रों के किसानों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुई, जहां खेतों के आसपास विद्युत लाइन ही नहीं है। मध्यप्रदेश उर्जा विकास निगम द्वारा संचालित इस योजना किसानों को सिंचाई का स्थाई स्त्रोत उपलब्ध हो सकेगा और किसान आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें। इस योजना के तहत 1 हॉर्स पावर से 7.5 हॉस पावर तक के सोलर पम्प क्रय करने के लिए किसानों को सुविधा दी जायेगी। इस योजना के तहत आवेदन उर्जा विकास निगम के पोर्टल ूूू.बउेवसंतचनउच.उच.हवअ.पद के माध्यम से प्राप्त किए जायेंगे। किसान को इस योजना के तहत पंजीयन के समय 5 हजार रू. जमा करने होंगे। शेष राशि सर्वे के बाद किसान की उपयोगिता व योग्यता क्षमता के सोलर पम्प चयन उपरांत जमा करनी होंगी। 7.5 हॉस पावर क्षमता का सोलर पम्प एसी व डीसी दोनों विकल्पों में उपलब्ध है। मध्यप्रदेश उर्जा विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री राजीव रंजन मीणा द्वारा दी जानकारी के अनुसार 1 हॉर्स पावर के डीसी सोलर पम्प के लिए किसान को 19 हजार रू. अंशदान जमा करना होगा। इसी तरह 2 हॉर्स पावर के डीसी सरफेस सोलर पम्प के लिए किसान को 23 हजार रू. अंशदान जमा करना होगा। दो हॉर्स पावर के डीसी सबमर्सिबल सोलर पम्प के लिए किसान को 25 हजार रू. अंशदान जमा करना होगा। इसके अलावा 3 हॉर्स पावर के डीसी सोलर पम्प के लिए किसान को 36 हजार रू. अंशदान जमा करना होगा। जबकि 5 हॉर्स पावर के डीसी सोलर पम्प के लिए किसान को 72 हजार रू. अंशदान जमा करना होगा। इसी तरह 7.5 हॉर्स पावर के डीसी सोलर पम्प के लिए किसान को 1.35 लाख रू. अंशदान जमा करना होगा तथा 7.5 हॉर्स पावर के एसी सोलर पम्प के लिए किसान को 1.35 लाख रू. अंशदान जमा करना होगा। इस योजना के तहत प्रदेश के सभी किसान पात्रता में आते है। किसानों को सोलर पम्प का लाभ इस शर्त पर दिया जायेगा कि किसान की कृषि भूमि के उस भाग में भविष्य में विद्युत पम्प लगाए जाने पर उसे विद्युत प्रदाय में कोई अनुदान नहीं दिया जायेगा। यदि किसान के खेत में विद्युत पम्प लगा हुआ है तो किसान यदि विद्युत कनेक्शन विच्छेद करवा लेता है एवं उस पर प्राप्त अनुदान छोड देता है तो उसे सोलर पम्प पर अनुदान दिया जा सकेगा। योजना का क्रियान्वयन सभी जिलों में जिला अक्षय उर्जा केन्द्र के माध्यम से किया जायेगा।
महिला शक्ति केन्द्र योजना के लिये आवेदन पत्र आमंत्रित
झाबुआ,। जिले में महिला शक्ति केन्द्र योजना भारत सरकार ने महिलाओं के सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण को द्रुत गति देने के उद्देश्य से राष्ट्रीय महिला शक्तिकरण मिशन के अंतर्गत महिलाओं के संपूर्ण विकास को बढावा देने वाली सभी प्रक्रियाओं को मजबूत बनाने के लक्ष्य से ‘‘महिला शक्ति केन्द्र‘‘ योजना प्रारंभ की गई है। योजना अन्तर्गत विकास खण्डस्तर पर ग्रामीण महिलाओं को सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से प्रशिक्षण और क्षमता का निर्माण के द्वारा उन्हें सशक्त बनाया जायेगा, ताकि वे अपनी पूरी क्षमता का अनुभव एवं उपयोग कर सके, जिसमें कौशल विकास, रोजगार, डिजिटल साक्षरता, स्वास्थ्य एवं पोषण के लिए अवसर तथा सुविधा उपलब्ध करवाना सम्मिलित है। ‘‘महिला शक्ति केन्द्र‘‘ योजना का भारत सरकार के यथा निर्धारित मापदण्ड तथा 20 दिसम्बर 2018 के परिशिष्ट अनुसार क्रियान्वयन व संचालन करने के इच्छुक अशासकीय संस्थाओं का प्रस्ताव अन्तिम तिथि 20 मार्च 2020 तक आमंत्रित किए गए है। इसके पश्चात आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएगे। अधिक जानकारी के लिये वेबसाईट ूूू.उचूबक.हवअ.पद व जिला महिला एवं बाल विकास कलेक्टर कार्यालय जिला झाबुआ में संपर्क कर सकते है।
राज्य खेल अकादमी के सभी बोर्डिंग एवं डे-बोर्डिंग खिलाडियों का 31 मार्च तक अवकाश
झाबुआ, । खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा नोवेल कोरोना वायरस व उससे जनित बीमारी के संक्रमण से बचाव के लिए राज्य खेल अकादमी के समस्त बोर्डिंग एवं डे-बोर्डिंग खिलाडियों का अवकाश 31 मार्च तक किया गया है। प्रदेश में स्थित सभी खेल परिसरों में 31 मार्च तक खेल गतिविधियां सभी प्रकार के सदस्यों के लिए स्थगित की गई हैं। इस अवधि में विभाग द्वारा किसी भी प्रकार की गतिविधियां, आयोजन नहीं किये जायेंगे। सार्वजनिक स्थलों, खेल मैदानों, परिसरों में एक साथ एक स्थान खिलाडियों, आमजन के समूहों में एकत्रित या उपस्थित होने के परिणाम स्वरूप नोवेल कोरोना वायरस बीमारी के संभावित खतरे की रोकथाम के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है।
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