स्वास्थ्य मंत्री ने बढ़ाया स्वास्थ्यकर्मियों का मनोबल, रिम्स के डॉक्टरों से की मुलाकात - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 3 अप्रैल 2020

स्वास्थ्य मंत्री ने बढ़ाया स्वास्थ्यकर्मियों का मनोबल, रिम्स के डॉक्टरों से की मुलाकात

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने गुरूवार को रिम्स में अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की. इस दौरान उन्होंने कोरोना का इलाज कर रहे तमाम मेडिकल स्टॉफ का हौसला बढ़ाया और संविदा पर बहाल लोगों के स्थाईकरण पर एक कमिटी का गठन भी किया और कहा कि इस दौरान काम कर रहे लोगों को इंसेटिव भी दिया जाएगा. 
banna-gupta-meet-health-staff
रांची (आर्यावर्त संवाददाता) : सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता कोरोना को लेकर लगातार निगरानी बनाए हुए हैं. इसके मद्देनजर गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने रिम्स के निदेशक डॉ डीके सिंह, अधीक्षक विवेक कश्यप सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष के साथ हाई लेवल मीटिंग की. इस मीटिंग का मुख्य उद्देश्य यह था कि रिम्स में जो भी कार्यरत डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ, नर्सिंग स्टाफ, हाउसकीपिंग के लोग सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों के मनोबल को कैसे ऊंचा रखा जाए और उन्हें विश्वास दिलाया गया कि स्वास्थ्य मंत्री उनके साथ हैं. इस बैठक के बाद स्वास्थ मंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बतौर स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टरों का मनोबल बढ़ाने और उनके भविष्य को लेकर एक बैठक की गई. जिसमें यह विचार किया गया कि जो भी डॉक्टर कोविड-19 के मरीजों का इलाज में लगे हैं उन्हें राज्य सरकार की तरफ से इंसेंटिव के तौर पर एक राशि दी जाएगी.वहीं उन्होंने कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर बहाल लैब टेक्नीशियन और ओटी असिस्टेंट को लेकर कहा कि स्थाई नियुक्ति पर विचार किया जा रहा है. क्योंकि यह पूरा मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में है इसीलिए मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देश के बाद ही इनकी नियुक्ति पर निर्णय लिया जा सकता है. स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि कोविड-19 के मरीजों के इलाज कर रहे डॉक्टरों के सुरक्षा को लेकर भी चर्चा की गई. जिसमें यह तय किया गया कि सभी डॉक्टरों को पुलिस की सुरक्षा दिलाई जाएगी जिसको लेकर राज्य के डीजीपी से भी बात की गई.स्वास्थ्य कर्मियों ने स्वास्थ्य मंत्री से पीपीई, एन-95, वेंटिलेटर समेत अन्य सुरक्षात्मक उपकरण जल्द उपलब्ध कराने की मांग, जिस पर स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द उन्हें सारी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. स्वास्थ्य मंत्री ने रिम्स निदेशक के नेतृत्व में 6 सदस्य समिति का गठन किया जो इंसेंटिव के भुगतान के लिए कोरोना वायरस की लड़ाई में सेवा दे रहे बेहतर कर्मचरियों को चिन्हित कर सूची तैयार करेगी.

कोई टिप्पणी नहीं: