- *मनरेगा मज़दूरों को 500 रुपये दैनिक मज़दूरी और 200 दिन काम मिले - धीरेन्द्र झा*
- *सभी गरीब-मज़दूर परिवारों को तीन महीने का सूखा राशन और 10000 रुपये गुजारा भत्ता मिले-खेग्रामस*
पटना,27 अप्रैल, अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मज़दूर सभा(खेग्रामस) और मनरेगा मज़दूर सभा के संयुक्त तत्वावधान में आज पूरे देश मे मांग दिवस मनाया गया. इस दरम्यान कार्यालयों और घरों में हज़ारों मज़दूर अपनी मांगों के साथ धरना पर बैठे और मांगों से सम्बंधित नारे लगाये गए. खेग्रामस के सम्मानित राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद एवं खेग्रामस के राष्ट्रीय महासचिव धीरेन्द्र झा ने सँयुक्त बयान में कहा है कि कोरोना लॉकडाउन ने ग्रामीण गरीबों-मज़दूरों को भुखमरी के कगार पर धकेल दिया है, वहीं मनरेगा मज़दूरों से न्यूनतम से भी कम मज़दूरी पर काम लेने का सरकारी आदेश निर्गत है। धीरेंद्र झा ने मांग दिवस के मांगों को लेकर पटना में खेग्रामस कार्यालय में धरना दिया व अपनी बात रखते हुए कहा कि 10 हजार रु गुजारा भत्ता, सभी मजदूरों को 3 महीना का राशन व दैनिक मजदूरी 500 रु करने की गारंटी सरकार अविलम्ब करे. उनके साथ मनरेगा मजदूर सभा के राज्य सचिव कॉमरेड दिलीप सिंह भी धरना पर बैठे. मज़दूर नेताओं ने कहा है कि राशन में महज़ चावल-गेहूं दिया जा रहा है जबकि भोजन के अन्य जरूरी सामान खरीदने की स्थिति में एक बड़ी आबादी नही है।उन्होंने कहा कि सभी गरीबों-मज़दूरों को तीन महीने का राशन और प्रति परिवार 10 हज़ार रुपये गुजारा भत्ता मिलना चाहिए। मनरेगा को कोरोना राहत अभियान सहित तमाम कृषि कार्यों से जोड़ना चाहिए और उन्हें 500 रुपये दैनिक मज़दूरी और 200 दिन काम मिलना चाहिए। आज के कार्यक्रम में खेग्रामस नेता सह विधायक सत्यदेव राम, महबूब आलम, बीरेंद्र गुप्ता, गोपाल रविदास, जीबछ पासवान, अकलू पासवान, उपेंद्र पासवान, कामता सिंह, पंकज सिंह, दिलीप सिंह, शत्रुघ्न सहनी, जयनारायण यादव आदि राज्य के विभिन्न हिस्से में अभियान में शामिल हुए. संघटन के आह्वान पर सैंकड़ों धरने हुए. पटना के अलावा भोजपुर, अरवल, जहानाबाद, सिवान, दरभंगा, संमस्तीपुर, बेगूसराय, नालंदा, गया, गोपालगंज, मधुबनी आदि केंद्रों पर भी कार्यक्रम लागू हुए. संघटन के आह्वान पर आज मनरेगा मजदूरों ने अपने काम के औजारों के साथ प्रदर्शन किया. नालंदा के हिलसा प्रखंड में पंचायत रेड़ी गांव पखनपुर मे ग्रामीण मजदूरो ने अपने माग को लेकर एक दिवसीय उपवास कर रहे है.
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