मीनाक्षी परिवार ने फंसे पश्चिम बंगाल के 200 परिवारों को मुहैया कराया राशन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 10 अप्रैल 2020

मीनाक्षी परिवार ने फंसे पश्चिम बंगाल के 200 परिवारों को मुहैया कराया राशन

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नई दिल्ली (अशोक कुमार निर्भय)। देश मे कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण से हज़ारों लोग संक्रमित हो चुके है।  भारत में सैंकड़ों और दुनिया में हज़ारों लोग मौत के मुंह में जा चुके है। यूरोप के कई देशों में तो हालत इस कदर बिगड़ चुके हैं की सरकारों ने हाथ खड़े कर लिए हैं। दुनियां में लगभग 12 लाखों लोग इस बीमारी से जूझ रहे है।  कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन घोषित किया गया है।  भारत में कोरोना की चैन को तोड़ने और संक्रमण को ट्रैवल करने से रोकने के लिए भारत मे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के आग्रह पर समूर्ण देश मे  21 दिन का लॉकडाउन किया गया है ताकि इस महामारी से बचा जा सके। सभी दुकान, फैक्ट्रियां, कंपनियों,मॉल्स में काम बंद है यहाँ तक कि रेहड़ी, पटरी, ऑटो, कैब, रिक्शा भी कोरोना के कहर से बचाने के लिए बंद किये गए हैं।  जिसकी वजह से इन रोज़मर्रा के काम कर दिहाड़ी से रोज़ी रोटी कमाने वालों पर बहुत असर पड़ रहा है। बड़ी संख्या में बेरोजगारी की मार झेल रहे प्रवासी लोग पलायन करने को मजबूर है।  ऐसे लोगों की मदद के लिये देश के विभिन्न सभी लोग भी आगे आ रहे है। लॉकडाउन के बीच अपने सामाजिक और नैतिक दायित्व का निर्वाह करते हुए गैर सरकारी संगठन मीनाक्षी परिवार ऐसे ही जरूरतमंद लोगों के घर पर राशन पहुँचाने का काम कर रही है।  गैर सरकारी संगठन मीनाक्षी परिवार के ट्रस्टी विक्रम गोस्वामी ने बताया कि एनजीओ  मीनाक्षी परिवार की अध्यक्षा मीनाक्षी मल्होत्रा व संगठन के सैंकड़ों कार्यकर्ता हर दिन दिल्ली के कई इलाके के सैकड़ो जरूरत मंद लोगो के पास पहुँचकर उन्हें राहत सामग्री के तौर पर राशन मुहैया करवा रहे हैं ताकि 21 दिनों तक के लाकड़ाऊंन में वह घरों में ही रहे, लेकिन भूखे न रहे।   इसी कड़ी में कृष्ण विहार, सुल्तान पूरी इलाके में वेस्ट बंगाल और कलकत्ता से आये मजदूर ओर रोज़ रोटी कमाने वाले 200 परिवारों को राशन मुहैया करवाया गया। यह लोग लॉक डाउन की वजह से एक तरफ संक्रमण के खतरे से जूझ रहे है तो दूसरी तरफ पेट की आग इन्हें जला रही है।  केंद्र अथवा दिल्ली सरकार की तरफ से भी कोई मदद इन तक नही पहुँच पा रही है। इन 200 परिवारों के सामने एक और बड़ी समस्या यह है कि घरों में रहने की घोषणा के साथ बाहर निकल सरकार द्वारा दिया खाना लेने से पहले ही पुलिस वाले जाने से रोक देते हैं । जिसके वजह से यह परिवार भुखमरी का शिकार हो रहे है। अब इनकी मदद का जिम्मा मानवीयता आधार पर मीनाक्षी परिवार ने उठाया है। वहीँ एनजीओ मीनाक्षी परिवार दिल्ली के कई इलाकों के थाने व कई समाजसेवियों द्वारा बनाये भोजन को विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले प्रवासियों व दिहाड़ी मजदूरों और जरूरतमंदो को  हर दिन महीने भर का राशन भी पहुंचा रहा है। यह गैर सरकारी संगठन नागरिकों और प्रवासियों को घर मे रहकर सामाजिक दूरी बनाए रखने व अपने आप और परिवार को को सेनिटाइज़ करने के लिए प्रेरित कर रहा है। मीनाक्षी परिवार एन जी ओ के प्रयासों की सराहना करते हुए विश्व पत्रकार महासंघ के दिल्ली प्रदेश प्रभारी ने आर्थिक रूप से जरूरतमंद पत्रकार साथियों, जो कोरोना योद्धा बनाकर अपना कर्तव्य निभा रहे हैं उनको भी राशन पहुँचाने के कार्य को भागीरथी प्रयास बताया। उन्होंने कहा की बिना किसी सरकारी सहायता के इतना बड़ा कार्य करना मानवता की सेवा ही है। 

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