मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) मिथिला स्टूडेंट यूनियन के प्रदेश प्रवक्ता शशि अजय झा ने आज सरकार से मांग किया है कि प्रदेश के किसान कोरोना के कारण पहले से मार झेल रहे थे,खेती-बाड़ी का काम इस वैश्विक महामारी के कारण बुड़ी तरह प्रभावित था रही सही कशर बारिश एवं ओला वृष्टि ने किसानों की रबी फसल की काफी नुकसान पहुँचा कर पूरा कर दिया। ईस दोगुनी मार से किसान त्राहिमाम कर रहे है। हकहीं कहीं किसानों की पूरी की पूरी फसल बर्बाद हो गई है| किसानों की फसल होने वाली नुकसानी में गेहूं/ दलहनी तथा तेलहनी फसलें प्रमुख है | सभी राज्य सरकारों ने किसानों को ओलावृष्टि एवं अधिक बारिश से होने वाले नुकसान पर सहायता देने का आश्वासन दिया है | किसानों की फसल की हुए नुकसानी के लिए अलग–अलग राज्य सरकार अपने स्तर से कदम उठा रही है | लेकिन बिहार सरकार द्वारा अभीतक कोई ठोस कदम नही उठाया गया है। दोहरी मार से किसान असहाय और विवश महसूस कर रहे है। कोरोना से पहले किसान भूख और चिंता से पहले मर जाएंगे। सरकार की यह नीति है कि जिन किसानों का फसल बीमा है उन किसानों को फसल बीमा कम्पनी द्वारा कम समय में बीमा दिया जाएगा और जिन किसानों का बीमा नहीं उन्हें भी सरकार के द्वारा मदद दी जाएगी | लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि बिहार सरकार द्वारा बिहार के 23 जिलों के किसान को यह सहायता दिया जा रहा है लेकिन इन 23 जिलों में मधुबनी का नाम शामिल नही होना यह दर्शाता है कि यह सरकार मधुबनी विरोधी है। सरकार ने यहां के किसान को भगवान के भरोसे छोड़ दिया है। Msu सरकार से मांग करती है कि अविलंब मधुबनी जिला को इस योजना में शामिल किया जाए अन्यथा हम किसानों के साथ सड़क पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
गुरुवार, 30 अप्रैल 2020
मधुबनी : MSU ने सरकार से किसानों को सहायता देने की मांग की
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