नयी दिल्ली, 28 अप्रैल, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नीति आयोग की इमारत 48 घंटे के लिए सील कर दी गयी है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि निदेशक स्तर के एक अधिकारी के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद यह कदम उठाया है। नीति आयोग में परामर्शदाता आलोक कुमार ने कहा कि नीति आयोग की इमारत ‘नीति भवन’ में काम करने वाले एक निदेशक स्तर के अधिकारी को परीक्षण में कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। उस अधिकारी को अपनी जांच रपट मंगलवार सुबह नौ बजे मिली। उसके बाद उसने अपने अधिकारियों को इसकी सूचना दी। कुमार ने कहा कि उनके संपर्क में आए लोगों को स्वयं पृथक होकर रहने के लिए कह दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी अनिवार्य सावधानियां बरत रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय को सूचित कर दिया गया है। सभी प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा। इसलिए अभी हमने इमारत को 48 घंटे के लिए बंद कर दिया है।’’ बाद में नीति आयोग ने ट्वीट कर जानकारी दी, ‘‘इमारत को कीटाणुमुक्त (सैनेटाइज) बनाए जाने का काम किया जा रहा है। कोरोना वायरस से संक्रमित अधिकारी के संपर्क में आए लोगों को स्वयं से पृथक रहने के लिए कहा गया है।’’ हाल में दिल्ली में नागर विमानन मंत्रालय के मुख्यालय को भी सील किया था। वहां भी एक कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था जो 15 अप्रैल को दफ्तर गया था। कोरोना वायरस के सामुदायिक प्रसार को रोकने के लिए देशभर में 25 मार्च से लॉकडाउन (बंद) किया गया है। पहले यह बंद 14 अप्रैल तक के लिए था जिसे बाद में बढ़ाकर तीन मई कर दिया गया है। सरकार ने 29 मार्च को स्वास्थ्य सेवाओें की तैयारियों में तेजी लाने, अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने और लॉकडाउन के बीच लोगों की तकलीफ कम करने के बारे में सुझाव देने के लिए 11 अधिकार सम्पन्न समूह गठित किए । इनमें से नीति आयोग के सदस्य वी. के. पॉल की अध्यक्षता में चिकित्सा उपकरण और प्रबंध योजना संबंधी समूह और नीति अयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत के नेतृत्व में गठित गैर-सरकारी संगठनों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के बीच समन्वय संबंधी समूह -दोनों नीति भवन से ही कार्य कर रहे हैं।
बुधवार, 29 अप्रैल 2020

नीति आयोग की इमारत 48 घंटे के लिए सील, एक अधिकारी पाया गया संक्रमित
Tags
# देश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
देश
Labels:
देश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें