साइबर सेनानी ग्रुप में बुरे फंसे खाकी और खादी। बक्सर जिले के नावानगर थाना के साइबर सेनानी ग्रुप में एएसआई संतोष कुमार ने एक बेहद आपत्तिजनक फोटो के साथ ही टिप्पणी लिखकर जारी कर दिया था। ग्रुप में पोस्ट डालने के कुछ ही देर के बाद इसी पोस्ट को सोनवर्षा के कथित जदयू नेता शम्भू पटेल ने सोनवर्षा थाना के साइबर सेनानी ग्रुप में वायरल कर दिया। पुलिस अधीक्षक उपेंद्रनाथ वर्मा ने उच्चाधिकारियों को घटना की जानकारी देते हुए दोनों को तत्काल गिरफ्तार कर कार्रवाई का आदेश दिया था..
पटना,07 मार्च। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर सामाजिक सद्भाव बनाने और साइबर क्राइम पर रोक के लिए बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप में भड़काऊ मैसेज डालने वाले एएसआई को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। एसपी के निर्देश पर उसे रविवार को गिरफ्तार किया गया था। बताया जा रहा है कि नावानगर थाने में पोस्टेड जमादार संतोष कुमार ने थाना के साइबर सेनानी ग्रुप में सुबह साढ़े ग्यारह बजे आपत्तिजनक मैसेज भेज दिया था। जिसमें एक धर्म विशेष के विरुद्ध भड़काऊ मैसेज के साथ ही वीडियो भी था। एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने सस्पेंड किया था। वहीं मुख्यालय अधिकारियों के आदेश पर उसे शाहाबाद रेंज के डीआईजी ने सेवा से बर्खास्त कर दिया। साथ ही उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।नावानगर थाना के साइबर सेनानी ग्रुप में फोटो वायरल मामले के दोषी एएसआइ संतोष कुमार को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। एएसआइ संतोष कुमार ने रविवार को एक आपत्तिजनक फोटो वायरल करते हुए उसपर कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी भी डाल दिया था। मामला संज्ञान में आते ही पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से आरोपित एएसआई के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश जारी किया था। इसकी पुष्टि करते हुए पुलिस अधीक्षक उपेंद्रनाथ वर्मा ने बताया कि फोटो वायरल करने के मामले में पुलिस महानिदेशक के आदेश पर सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। एसपी ने बताया कि इसके पूर्व आरोपित एएसआई संतोष कुमार को नावानगर पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया था। बताते चलें कि रविवार को नावानगर थाना के साइबर सेनानी ग्रुप में एएसआई संतोष कुमार ने एक बेहद आपत्तिजनक फोटो के साथ ही टिप्पणी लिखकर जारी कर दिया था। ग्रुप में पोस्ट डालने के कुछ ही देर के बाद इसी पोस्ट को सोनवर्षा के कथित जदयू नेता शम्भू पटेल ने सोनवर्षा थाना के साइबर सेनानी ग्रुप में वायरल कर दिया। इस बात की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक उपेंद्रनाथ वर्मा ने उच्चाधिकारियों को घटना की जानकारी देते हुए दोनों को तत्काल गिरफ्तार कर कार्रवाई का आदेश दिया था। इसके बाद सोमवार को पुलिस महानिदेशक के आदेश पर गिरफ्तार एएसआइ संतोष कुमार को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। इस घटना के बाद से जहां पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है वहीं साइबर सेनानी के अन्य ग्रुपों में शामिल लोगों में काफी दहशत है। दरअसल इस ग्रुप का गठन लोगों को त्वरित सेवा देने के उद्देश्य से किया गया था। पर, धड़ल्ले से शामिल किए गए लोगों ने इसे मनोरंजन का साधन बना डाला था, और जिसे जो मन में आता था वही बेमतलब की चीजें पोस्ट करता रहता था। साइबर सेनानी ग्रुप से जुड़े लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ग्रुप में ही पॉर्न वीडियो को लेकर कई तरह के गंदे वीडियो डाल रहे हैं।जिससे पुलिस परेशान है।गंदे हरकत करने वालों को पुलिस अब सबक सिखाने में जुट गई है।बक्सर एसपी ने ऐसे लोगों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा का आदेश मिलते ही कई थानेदारों ने कार्रवाई भी शुरू कर दी है।थानेदारों ने ग्रुप में गंदे वीडियो डालने वालों कई लोगों को ग्रुप से बाहर कर दिया है।ऐसे लोगों पर शख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।ग्रुप लोगों की सुविधा के लिए बनाया गया है।लेकिन लोग इसका गलत फायदा उठा रहे हैं।बिना मतलब का रोज ऐसे ग्रुप में उपदेश, हंसी मजाक और गंदे वीडियो डाले जा रहे हैं।लेकिन अब इन लोगों की खैर नहीं है। ऐसे शरारती तत्वों द्वारा सांप्रदायिक एवं धार्मिक हिंसा फैलाने के लिए जैसे वीडियो भी लोग डाल दे रहे हैं। बता दें कि हर थानेदार ऐसे ग्रुप बनाए हुए है. सूचना देने के लिए बना है।
मुख्य बातेंः
बक्सर जिलान्तर्गत नवानगर थाना में पदस्थापित हैं सहायक अवर निरीक्षक संतोष कुमार।उन्होंने 05 अप्रैल 2020 को 11ः32 बजे साइबर सेनानी वाट्सएप गुप पर अपने मोबाइल नम्बर- 6205964997 से फोटो एवं मैसेज पोस्ट किया। जिसमें किसी स्थान पर पुलिस द्वारा किसी धार्मिक् स्थल से हथियारों का जखीरा बराबम होने की सूचना देते हुए एक सम्प्रदाय के खिलाफ दूसरे सम्प्रदाय को भड़काने का संदेश दिया गया है। इस संबंध में थाना प्रभारी, नवानगर द्वारा सत्यापन उपरांत स0अ0नि0 संतोष कुमार द्वारा प्रयुक्त मोबाइल को उनके पास से बरामद किया गया है। इस संबंध में थानाध्यक्ष,नवानगर के स्वलिखित बयान के आधार पर नवानगर थाना कांड संख्या-117/20 दिनांक 05 अप्रैल धारा 153 ए भा0द0वि0 एवं 67 बी आई0टी0एक्ट के अन्तर्गत स0अ0नि0संतोष कुमार के विरूद्ध दर्ज कर उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में वैश्विक महामारी कोरोना कोविड-19 से पूरा देश प्रभावित है तथा इसे वैश्विक आपदा घोषित किया गया है। इसके रोक-धाम हेतु संपूर्ण भारत वर्ष में लाॅकडाउन घोषित किया गया है। लाॅकडाउन का शक्ति से अनुपालन सुनिश्चित कराना पुलिस का अहम कर्तव्य है। इस दिशा में बिहार पुलिस निष्ठा एवं लगन के साथ सभी जोखिमों का सामना करते हुए दिन-रात कर्तव्यरत है। ऐसी स्थिति में पुलिस पदाधिकारी जैसे जिम्मेवार पद पर रहते हुए स0अ0नि0 संतोष कुमार द्वारा साम्प्रदायिक वैमनस्यता बढ़ाने से संबंधित फोटो एवं मैेसेज पोस्ट करने का कुकृत्य किया गया है, जबकि इन्हें ऐसे मैसेज की रोक-थाम करने हेतु कार्रवाई करनी चाहिए थी। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी , डुमरांव एवं पुलिस अधीक्षक, बक्सर द्वारा भी स0अ0नि0संतोष कुमार के विरूद्ध लगाये गये आरोप को जांचोपरांत सही पाते हुए अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। उक्त अनुशंसा के आलोक में पुलिस उप -महानिरीक्षक,शहाबाद क्षेत्र, डेहरी आॅन-सोन द्वारा भारतीय संविधान का अनुच्छेद 311 2 में प्रदत शक्तियों का प्रयोग करते हुए स0अ0नि0 संतोष कुमार बक्सर जिला बल को तत्काल प्रभाव 05.04.2020 से सेवा से बर्खास्त किया गया है। साथ ही उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
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