हैदराबाद के तेलंगाना से श्रमिक एक्सप्रेस से श्रमिक और कोटा से आए छात्र - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 3 मई 2020

हैदराबाद के तेलंगाना से श्रमिक एक्सप्रेस से श्रमिक और कोटा से आए छात्र

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोनाबंदियों पर मेहरबान होकर स्पेशल ट्र्ेन चलाने का निर्देश दिया  । आने वालों को गुलाब का फूल देकर किया शानदार स्वागत  
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रांची, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेंग ने मार ली बाजी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोनाबंदियों पर मेहरबान होकर स्पेशल ट्र्ेन चलाने का निर्देश दिया। इसका श्रेय झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेंग को जाता है। उन्होंने साफ तौर पर प्रधानमंत्री से कह दिया था कि झारखंड के पास इतना संसाधन नहीं है कि प्रवासियों को झारखंड ला सके। इसी तरह बिहार से आवाज उठी। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और बाद में  भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी  ने भी स्पेशल ट्र्ेन चलाने का आग्रह किया। इन लोगों का और लाखों प्रवासी श्रमिक एवं छात्रों की सुधि लेकर स्पेशल ट्र्ेन चलाने की घोषणा कर दी गयी। स्पेशल ट्र्ेन का नाम श्रमिक एक्सप्रेस रखा गया है। इसमें 24 कोच लगाया गया है। 

तेलेंगाना से1825 श्रमिक आए
झारखंड के मुख्यमंत्री और अधिकारियों का प्रयास से श्रमिक एक्सप्रेस हटिया पहुंचने पर ताली बजाकर श्रमिकों का स्वागत किये। खुद मुख्यमंत्री हटिया स्टेशन पर आ पहुंचे। प्रधानमंत्री के द्वारा श्रमिक एक्सप्रेस चलाने का आदेश देने के बाद सबसे पहले स्पेशल ट्र्ेन हैदराबाद के तेलंगाना से  अन्तर्राष्ट्र्ीय लेबर डे के अवसर पर श्रुकवार को श्रमिक एक्सप्रेस हटिया स्टेशन पहुंची। यहां पर आते ही प्रवासियों का स्वागत ताली बजाकर किया गया। उनको गुलाब का फूल देकर स्वागत किया गया। इसके साथ उनको फूड पैकेट, मिनिरल वाटर,कोल्ड ड्र्क्सि दिया गया। पहली बार तेलेंगाना से 24 कोच में बैठे थे 1825 श्रमिक। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किये। यहां पर आने के बाद उनको थर्मल स्क्रीनिंग किया गया। 52 से अधिक बड़ी बस पर बैठकर श्रमिकों को पारस हाॅस्पिटल लिया गया। वहां पर डाक्टरी जांच करने के बाद श्रमिकों को गांवघर पहुंचा गया। 

आज कोरोना में फंसे कोटो से 15 सौ छात्र आएं
कोरोना काल के प्रथम चरण के 21 दिवसीय लाॅकडाउन और द्वितीय चरण के 18 दिनों के लाॅकडाउन की परेशानी झेलने के बाद 1500 छात्र-छात्राएं प्रदेश लौटें। उनको भी शानदार ढंग से स्वागत किया गया। एक-एक लौटने वालों का थर्मल स्क्रीनिंग किया गया। हटिया स्टेशन पर वीडियोंग्राफी भी किया गया। गए थे। इसके बाद 55 बड़ी बस पर बैठाकर पारस हाॅस्पिटल लिया गया। यहां पर डाक्टरी जांच करने के बाद बस से छात्र-छात्राओं को घर पहुंचा दिया जाएगा। आज देर रात तक बच्चे घर पहुंच जाएंगे। वहां पर 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन में रहेंगे। अगर तबीयत खराब होती है तो उसकी सूचना प्रशासन को दी जाएगी। इसके बाद एरिया को सील किया जाएगा।  बता दें कि बहुत ही सहुलियत से बच्चे घर पहुंच जाएंगे। अभिभावक हटिया स्टेशन पर नहीं पहुंचे। सभी जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाया जा रहा है। 

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