पटना (आर्यावर्त संवाददाता) . प्रदेश में चतुर्थ लाॅकडाउन जारी है. देश में कोरोना के कोपभाजन बने टाॅप 10 राज्यों में बिहार का भी प्रवेश हो गया है. इधर हमारे माननीय खुद की ही चिन्ता करने में लगे हैं. हां यह सही है कि अपने हित में लोगों की हित समझते हैं. आने वाले चुनाव में फायदा जो लेना है. खैर आज पटना में बिहार विधानमंडल अनुसूचित जाति/जनजाति आरक्षण बचाव संघर्ष मोर्चा की बैठक सम्पन्न हुई. जिसकी अध्यक्षता स.वि.स. श्रीमती स्वीटी हेम्ब्रम के द्वारा की गयी. बताते चले कि उघोग मंत्री श्याम रजक को पूर्व में हुई बैठक में बिहार विधानमंडल अनुसूचित जाति/जनजाति आरक्षण बचाव संघर्ष मोर्चा का बायलॉज तैयार करने की जिम्मेदारी दी गयी थी. आज श्याम रजक ने सभी सदस्यों के बीच बायलॉज पेश किया.बायलॉज पढ़कर सभी सदस्यों के समक्ष सुनाया गया.जिसके बाद सभी सदस्यों द्वारा नियमावली पर सर्वसम्मति से सहमति जाहिर कर मुहर लगाई गयी. इस बैठक में सभी सदस्यों द्वारा विचारोपरांत समन्वयक समिति के गठन का निर्णय लिया गया. जिसके बाद सर्वसम्मति से पूर्व मुख्यमंत्री श्री जीतनराम मांझी, मंत्री श्री श्याम रजक, श्री शिवचंद्र राम, श्री ललन पासवान, श्रीमती स्वीटी हेम्ब्रम को समन्वयक समिति के सदस्य बनाया गया है.साथ ही बैठक समिति के निबंधन कराने व आगे की रणनीति पर भी चर्चा की गई.निबंधन करनें की जिम्मेवारी श्याम रजक को दी गयी है. मोतिहारी के समाजसेवी श्री राजू बैठा की गिरफ्तारी का मामला भी इस बैठक में उठाया गया. विस्तृत चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया कि वरीय पुलिस अधिकारी को इस मामले में समिति द्वारा निंदा प्रस्ताव भेजा जाएगा. आरक्षण संबंधी अपने सभी मांगों पर हम सभी अडिग हैं. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी जल्द इसपर अपना वक्तव्य दें तथा लॉकडाउन के बाद मिलने का समय दें. अन्यथा यह लड़ाई बहुत विकराल रूप लेगी.
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