बिहार : एक बार फिर माॅब लिंचिंग - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 5 जून 2020

बिहार : एक बार फिर माॅब लिंचिंग

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मोतिहारी (आर्यावर्त संवाददाता) एक बार फिर माॅब लिंचिंग का मामला सामने आया है. सुशासन सरकार के राज्य बिहार के पूर्वी चम्पारण जिले के मेहसी गांव की घटना है. हिन्दुत्ववादियों ने 18 वर्षीय मोहम्मद इजरायल पर जानलेवा हमला किया.इस दौरान इजरायल को जबरन ‘जय श्रीराम‘ का नारा बुलंद करने के लिए मजबूर किया गया. आरोपी बजरंग दल से संबंध रखते हैं.  प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़ित इजरायल के गर्दन और सिर पर चाकू की चोटों के निशान है.पीड़ित को पहले सरकारी हाॅस्पिटल में भत्ती किया गया. इसके बाद जीवनधारा हाॅस्पिटल में भत्ती किया गया. अभी वह आईसीयू में हैं. फिलवक्त चिकित्सकों के चिकित्सा के बल पर इजरायल खतरे से बाहर है.परन्तु लोकल पुलिस का असहयोग करने से एफआईआर तक नहीं हो सका है. इसके कारण तथाकथित हिन्दुवादी संगठन के कार्यकर्ता गिरफ्तार नहीं हो पा रहे हैं.जबकि पीड़ित इजरायल हमलावरों को भलीभांति पहचानता है. एक दर्जन में से चार पीड़ित के आंखों में घुमना रहा है. जानकार लोगों ने का मोहम्मद इसरायल के बारे में कहना है कि यह अजीब बात हो गयी है. यह वही लड़का है जो कुछ दिन पहले तक लाॅकडाउन में पैदल चल रहे मजदूरों और गरीब लोगों के बीच में वाॅरियर्स की तरह मुस्तैदी से मदद कर रहा था. उनको खाने-पीने और तमाम तरह की जरूरत की चीजों को पूरा कर रहा था.यह सब एक सामाजिक कार्यकर्ता और संस्था के कार्यकर्ता के साथ मिलकर सेवारत था. पीड़ित और अन्य लोगों का कहना है कि आरोपी गोपाल बजरंग दल का कार्यकर्ता है. इजरायल के बयान के हिसाब आरोपी गोपाल ने ‘ जय श्रीराम‘ कहने को मजबूर किया. ऐसा नहीं कहने और मना करने के बाद इजरायल को अपने घर ले गए और बेरहमी से पहले मारा और फिर चाकू से गर्दन और सर पर वार कर दिया. उसका निशान देखा जा सकता है. इजरायल का कहना है कि गोपाल के साथ मनीष, अंशु, गोलू और कुछ लड़के मास्क पहने हुए थे. फेसबुक पर यह मामला वायरल है. उसमें लिख रहे हैं कि कुछ लोग अभी भी इस लड़के के इंसाफ के लिए आवाज नहीं उठाएंगे! क्योंकि उन लोगों के दिल में नफरत पैदा कर दिया गया है मुसलमानों के खिलाफ. वह भी सिर्फ वोट की राजनीति करने के लिए. अभी-अभी मेरी बात इसरायल के भाई से हुई है.बीजेपी के राज में मुसलमानों को टारगेट बनाया जा रहा है.

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